'E4M' की ओर से 40 उर्दू पत्रकारों को सम्मान
Exchange4Media: पत्रकारिता समेत विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वालों के हौसलों को बुलंद करने और उनके काम को सम्मान देने वाली संस्था एक्सचेंज फॉर मीडिया ने उर्दू पत्रकारों को नई हिम्मत और नई ऊर्जा देने के उद्देश्य से जश्न-ए-सहाफत का आयोजन करके उन्हें सम्मानित किया.
दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान देश भर के उन 40 उर्दू पत्रकारों को एक्सचेंज फॉर मीडिया ने सम्मानित किया, जिन्होंने उर्दू पत्रकारिता के क्षेत्र में सराहनीय काम किया है.
प्रोगाम के मुख्य अतिथि पूर्व चीफ इलेक्शन कमिश्नर डॉ. एस वाई कुरैशी, फाउंडर एक्सचेंज फॉर मीडिया डॉ. अनुराग बत्रा, पूर्व चांसलर मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी फ़िरोज़ बख्त, भारत एक्सप्रेस उर्दू के एडिटर डॉ. खालिद रज़ा खान, पत्रकार खुर्शीद रब्बानी, अब्दुल माजिद निज़ामी, डॉक्टर यामीन अंसारी, डॉक्टर हरीश भल्ला, अम्बरीन खान, सुमन वर्मा समेत अन्य विद्वानों के हाथों इन सभी विजेताओं को अवार्ड से नवाजा गया.
अवार्ड हासिल करने वालों में भारत एक्सप्रेस उर्दू डिजिटल के 2 पत्रकार रहमतुल्लाह और मोहम्मद समीर भी हैं, जिनको भारत एक्सप्रेस की पूरी टीम की तरफ से हार्दिक बधाई दी गई. इस अवसर पर “राष्ट्रीय परिपेक्ष्य में उर्दू मीडिया कितना प्रभावशाली है?” विषय पर एक सेशन आयोजित किया गया, जिसका संचालन भारत एक्सप्रेस उर्दू के एडिटर डॉ. खालिद रज़ा खान ने किया.
मशहूर लेखक और विश्लेषक डाक्टर फरहत बसीर खान, मुंसिफ टीवी के एडीटर नेशनल ब्यूरो खुर्शीद रब्बानी और दैनिक इंक़लाब के रेज़िडेंट एडीटर डाक्टर मो० यामीन अंसारी ने डिबेट में हिस्सा लिया. इस डिबेट में उर्दू पत्रकारिता के संबंध में कई अहम सवाल उठाए गए और उसके भविष्य पर चर्चा की गई.
कार्यक्रम के समापन पर एक्सचेंज फॉर मीडिया के फाउंडर डॉ. अनुराग बत्रा ने भारत एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि उर्दू दिल की ज़बान है और उर्दू में होने वाली पत्रकारिता सीधे दिल में असर करती है. उर्दू के पत्रकारों को हौसला देने के लिए हमने यह नई शुरुआत की है, यह पहला एडिशन है, हर साल इस कर्यक्रम को बड़े स्तर पर करने की कोशिश होगी.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के पूर्व चांसलर ज़फर सरेश वाला ने भारत एक्सप्रेस से विशेष बात चीत के दौरान जिस दौरान उन्होंने यह दावा किया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उर्दू से मोहब्बत करते हैं और उनको उर्दू भाषा बहुत पसंद है.
एक्सचेंज फॉर मीडिया की इस नई पहल से उर्दू पत्रकारों में काफी जोश देखने को मिल रहा है, इस पहले एडिशन में क़रीब 180 पत्रकारों ने हिस्सा लिया था जिनमें से 40 पत्रकारों को विजेता घोषित किया गया और उन्हें सम्मानित किया गया. सम्मान पाने वाले पत्रकारों ने इस पहल को उर्दू पत्रकारों के लिए उम्मीद की एक नई किरण बताया और संस्था का विशेष आभार व्यक्त किया है. साथ ही एक्सचेंज फॉर मीडिया के फाउंडर डॉ. अनुराग बत्रा और आयोजक रूहेल अमीन का आभार भी व्यक्त किया.
अपने पहले साल में ही एक्सचेंज4मीडिया को प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल से जुड़े युवा पत्रकारों की ओर से 180 से ज्यादा एंट्रीज प्राप्त हुई थीं. विभिन्न मापदंडों के आधार पर इनमें से करीब 80 पत्रकारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था. इसके बाद 17 जुलाई 2023 को हुई वर्चुअल ‘जूरी मीट’ में जूरी सदस्यों ने तमाम स्तर पर मूल्यांकन के बाद ‘e4m उर्दू जर्नलिज्म 40 अंडर 40’ सूची के लिए इनमें से 40 पत्रकारों का चयन किया था, जिनके नामों की घोषणा 29 सितंबर को आयोजित कार्यक्रम में की गई.