रामलला
Ayodhya Ram Mandir: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण-कार्य जोरों पर है. अगले साल यानी कि 2024 के पहले महीने में राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. इस कार्यक्रम को लेकर भी तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. मंदिर-ट्रस्ट की ओर से बताया गया है कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में 25 हजार लोगों को टिकट से एंट्री दिलाई जाएगी, साथ ही उनके ठहरने व भोजन आदि की व्यवस्था भी कराई जाएगी, जिनमें अधिकतर साधु-संत होंगे.
राम मंदिर ट्रस्ट की मणिराम छावनी में हुई बैठक में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से लेकर मंदिर निर्माण कार्य को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई. श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि, बैठक में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए चर्चा की गई है. साथ ही एक समिति का गठन किया गया है. इस समिति में तेजावर स्वामी, मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, सदस्य डॉ. अनिल मिश्र को सदस्य बनाया गया है. समिति में आमंत्रित सदस्यों में अयोध्या के महंत रामानंद दास, मिथिलेश नंदिनी शरण, महंत कमलनयन दास को बनाया गया है. इसी समिति को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के सारे अनुष्ठान के कार्यक्रम को तय करने की जिम्मेदारी होगी.
प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे पीएम मोदी
प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शामिल होने के लिए भी न्योता भेजा गया है. श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में ही इस कार्यक्रम का समापन हो सकता है. राय ने कहा- मंदिर के शिखर पर 24 दिसंबर 2024 को पताका फहराई जाएगी, जिसका अर्थ यह है कि इस तिथि तक मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. इसी के साथ उन्होंने मीडिया को जानकारी दी कि, प्रधानमंत्री के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने की तारीख फिलहाल तय नहीं हुई है. जब तारीख को लेकर प्रशासन को सूचना मिलेगी तभी उनका कार्यक्रम तय माना जाएगा. फिलहाल प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारी जोरो पर है. इस कार्यक्रम में करीब 25 हजार लोगों के टिकट से लेकर उनके रुकने और भोजन आदि की व्यवस्था करने का बंदोबस्त किया जा रहा है.
प्राण-प्रतिष्ठा में उमड़ेगा जन सैलाब, घर-घर में मनेगा उत्सव
चंपत राय ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा से पहले मंदिर के गर्भ गृह का अक्षत पूजन किया जाएगा. इसको लेकर विजय दशमी तक तारीख तय की जाएगी. फिर इसी अक्षत को देश के 5 लाख गांवों में वितरित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि, देश भर के सैकड़ों गांवों से 5-5 लोगों तो कार्यक्रम में बुलाया जाएगा और वे सभी लोग देश भर के गांवों के लोगों से अपील करेंगे कि वे अपने-अपने गांव के मंदिरों में ही प्राण प्रतिष्ठा का आनंदोत्सव मनाएं और अपने-अपने घर में दीपक जलाएं. साथ ही टीवी पर अयोध्या का लाइव प्रसारण भी देखें. चंपत राय ने जानकारी दी कि, प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर में स्थापित रामलला की सुंदर फोटो खींची जाएगी और इसे लाखों की संख्या में छपवा कर श्रद्धालुओं को प्रसाद के साथ वितरित किया जाएगा. इस तरह रामलला की फोटो को देश भर के 10 करोड़ घरों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.
श्रद्धालुओं के अयोध्या में ठहरने और भोजन की भी होगी व्यवस्था
मीडिया से बात करते हुए चंपत राय ने बताया कि, प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले श्रद्धालुओं के रुकने व भोजन आदि की व्यवस्था की जा रही है. एक हजार अस्थाई शौचालय का निर्माण, 25 हजार लोगों के लिए अस्थायी आवास और प्रशासन के सहयोग से उदया स्कूल के पास भी टेंट सिटी बसाने पर सहमति बनने के बाद इसकी भी तैयारी चल रही है. साथ ही मंदिर निर्माण की समीक्षा की गई है, जिसके बाद 25 दिसंबर 2023 तक यात्री सुविधा केंद्र, सीवर, वाटर लाइन, फायर ब्रिगेड का निर्माण कार्य पूरा हो जाने की उम्मीद है. तो वहीं चंपत राय ने बताया कि, राम लला के तीनों विग्रह भी दिसंबर के पहले तैयार हो जाएंगे.
- भारत एक्सप्रेस
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