सीएम नीतीश कुमार (फोटो ट्विटर)
Bihar news: शराबबंदी को लेकर बिहार सरकार एक बार फिर सर्वे कराने जा रही है. सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिया है. उन्होंने कहा जातीय जनगणना के मौके पर जिस तरह एक-एक घर जाकर सर्वे किया गया था. उसी तरह शराबबंदी के लिए भी घर-घर जाकर सर्वे किया जाएगा. इस सर्वे में जाना जाएगा कि कितने लोग शराबबंदी के पक्ष में हैं और कितने इसके विरोध में. साथ ही शराबबंदी के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव की भी जानकारी हासिल की जाएगी. इसके अलावा शहर और ग्रामीण इलाकों के परिवार पर इसका कितना असर हुआ है उसकी भी रिपोर्ट तैयार की जाएगी.
नशा मुक्ति दिवस के मौके पर पटना में सीएम नीतिश कुमार ने कहा कि साल 2016 में शराबबंदी लागू होने के बाद से कितने लोगों ने अब तक शराब छोड़ी और कितने लोग अभी इसके पक्ष और विपक्ष में हैं इसकी पता लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस सर्वे में जो खर्चा आएगा वो राज्य सरकार देगी.
घर-घर जाकर होगा सर्वे
चुनाव से पहुंचे सीएम नीतीश कुमार का शराबबंदी सर्वे का दांव प्रभावी माना जा रहा है. सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को एक-एक घर जाकर सर्वे कराने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा जैसे हमने जातीय आधारित सर्वे करवाया है वैसे ही ये सर्वे होना चाहिए और देखिए कैसे क्या हो रहा है. हम चाहते हैं कि आप एक-एक घर में जाकर के जरा शराबबंदी के बारे में पूछिए. सीएम नीतीश ने आगे कहा कि हमारे पुलिस के अधिकारी हमें हर दिन रिपोर्ट देते हैं कि समझ नहीं आता कि कैसे को बाहर से शराब लेकर चला आता है. इसको लेकर अलर्ट रहिए.
तीन बार करा चुकी है सर्वे
बता दें कि बिहार में शराबबंदी के लागू होने के बाद से राज्य सरकार तीन बार सर्वे करा चुकी है. इसी साल फरवरी में सर्वे की तीसरी रिपोर्ट जारी की गई थी. तब प्रदेश की 99 फीसदी महिलाओं ने शराबबंदी का समर्थन किया था. वहीं 92 फीसदी पुरुषों ने भी शराबबंदी के पक्ष में बात कही थी. इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी बताया कि 96 प्रतिसत लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है.