PAK आर्मी चीफ असीम मुनीर अमेरिका दौरे पर. यूएन सेक्रेटरी और अमेरिकी विदेश मंत्री से मुलाकात की.
India Pakistan Article 370: पिछले दिनों भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू कश्मीर में आर्टिकल-370 को निष्क्रिय करने के मोदी सरकार के निर्णय को सही ठहराया. आर्टिकल 370 पर भारत के सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आने के बाद पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया. पाकिस्तानी सेना के चीफ आसिम मुनीर ने धमकी भरे लहजे में कहा कि कश्मीर पर भारत का फैसला गैर-कानूनी है. दक्षिण एशिया में ऐसे शांति स्थापित नहीं हो पाएगी.
पाकिस्तानी सेना के चीफ जनरल आसिम मुनीर ने UN सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की. उस मुलाकात के दौरान आसिम मुनीर ने एक बार फिर से कश्मीर का मुद्दा उठाया. मुनीर ने कहा- दक्षिण एशिया में शांति तभी स्थापित हो पाएगी जब कश्मीर मसले को वहां के लोगों और UNSC के प्रस्तावों के तहत सुलझाया जाएगा. इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन्स की ओर से बताया गया कि, मुनीर ने आर्टिकल 370 हटाए जाने के भारत के फैसले की निंदा की. उसने कहा- भारत का ये फैसला एकतरफा और गैर-कानूनी है, जो UNSC प्रस्तावों के खिलाफ है.
बता दें कि इससे पहले आसिम मुनीर ने अमेरिका में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से भी मुलाकात की थी. वहां भी उसने कश्मीर का मुद्दा छेड़ा था. मुनीर ने कहा कि भारत कश्मीर में जिस तरह के कदम उठा रहा है, वह इलाके की शांति के लिए ठीक नहीं हैं. मुनीर की एक तस्वीर सामने आई है, उस तस्वीर में पाकिस्तानी सेना का चीफ मुनीर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से बात करते नजर आ रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पिछले महीने भारत दौरे पर आए थे.
यह भी पढ़िए: समुद्री लुटेरों ने अरब सागर में माल्टा का जहाज हाइजैक किया, बचाने के लिए भारतीय नौसेना ने भेजा अपना युद्धपोत
पाकिस्तानी PM ने कहा- कश्मीर पाकिस्तान की नसों में हैं
हाल में ही पाकिस्तान के केयरटेकर प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक काकड़ ने भी आर्टिकल 370 के बारे में बयान दिया था. काकड़ ने 3 दिन पहले कहा था कि आर्टिकल 370 पर भारत के सुप्रीम कोर्ट का फैसला राजनीति से प्रेरित है. उसने कहा— “हम कश्मीर के लोगों के लिए नैतिक, राजनीतिक और डिप्लोमैटिक सपोर्ट जारी रखेंगे. भारत अपने फर्ज से छुटकारा नहीं पा सकता. कश्मीर पाकिस्तान की नसों में हैं. पाकिस्तान शब्द ही कश्मीर के बिना अधूरा है.”
— भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.