Bharat Express

Mahakumbh Viral Video: ‘साध्वी’ के रूप में दिखने वाली युवती असल में यूट्यूबर Harsha Richhariya है!

महाकुंभ मेला में एक युवती के साध्वी के रूप में वीडियो वायरल होने के बाद यह खुलासा हुआ कि वह यूट्यूबर हर्षा रिछार‍िया हैं, जो लोकप्रियता पाने के लिए धार्मिक रूप में प्रस्तुत हुई थीं.

Harsha Richhariya Sadhvi

Harsha Richhariya Sadhvi

Mahakumbh Viral Video: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में आयोजित महाकुंभ मेला, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु धार्मिक अनुष्ठान के लिए आते हैं, इस बार एक वीडियो के चलते चर्चा का विषय बन गया है. वीडियो में एक युवती को साध्वी के रूप में देखा जा रहा है, जो कुंभ मेले में श्रद्धालुओं से बात करती है और अपनी आध्यात्मिक यात्रा के बारे में चर्चा करती है. उसकी आकर्षक वेशभूषा और आत्मविश्वास ने उसे सोशल मीडिया पर एक स्टार बना दिया, और इस वीडियो को वायरल कर दिया.

लेकिन, जैसे ही इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर रफ्तार पकड़ी, इंटरनेट यूजर्स ने उसकी असली पहचान का खुलासा कर दिया. यह युवती कोई साध्वी नहीं है, बल्कि एक प्रसिद्ध यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हर्षा र‍िछार‍िया है, जो अपने कंटेंट के लिए जानी जाती है. दावा किया जा रहा है कि हरषा ने कुंभ मेले में साध्वी की वेशभूषा में सिर्फ सुर्खियों में आने और ट्रेंड्स के लिए यह वीडियो शूट किया था.

सोशल मीडिया पर एक नई बहस

हर्षा र‍िछार‍िया का असली नाम और पहचान उजागर होने के बाद, सोशल मीडिया पर एक नई बहस छिड़ गई है. कई यूजर्स ने इसे एक धोखा करार दिया है, जबकि कुछ का कहना है कि धार्मिक रूप में दिखाई देना और खुद को साध्वी के रूप में प्रस्तुत करना, एक गलत संदेश देता है. वीडियो में दिखने वाली युवती ने खुद को आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा बताया था, लेकिन अब यह सामने आया है कि वह बस एक डिजिटल कंटेंट क्रिएटर और इन्फ्लुएंसर है, जो चर्चाओं में बने रहने के लिए इस रूप में प्रस्तुत हुई थी.

महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन में इस तरह के वीडियो का वायरल होना, जहां एक तरफ श्रद्धालु अपनी धार्मिक आस्थाओं में डूबे होते हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह के विवादों ने एक नई बहस को जन्म दिया है. क्या सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर को अपनी लोकप्रियता के लिए धार्मिक रूप को भुनाने का हक है?

इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि क्या डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अपने ब्रांड को बढ़ाने के लिए धार्मिक प्रतीकों और पहचान का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है? इस खुलासे के बाद, यह सिद्ध हो गया है कि हर्षा र‍िछार‍िया ने साध्वी के रूप में दिखाई दे कर एक छल किया है, जो अब एक बड़ा विवाद बन चुका है.

ये भी पढ़ें: महाकुंभ 2025 के पहले अमृत स्नान पर किन्नर अखाड़ा बना आकर्षण का प्रमुख केंद्र

-भारत एक्सप्रेस 



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read