वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा. लोकसभा में बजट 2023-24 पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, “कृषि के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को खुले स्रोत, खुले स्टैंडर्ड, इंटरऑपरेबल पब्लिक गुड के रूप में बनाया जाएगा.”
उन्होंने आगे कहा कि बजट समावेशी किसान-केंद्रित समाधानों को सक्षम करेगा. साथ ही कृषि के लिए बाजार की जानकारी, कृषि उद्योग के लिए समर्थन और स्टार्ट अप तक पहुंच में सुधार करने में मदद करेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार का आर्थिक एजेंडा नागरिकों के लिए अवसरों को सुविधाजनक बनाने, विकास और रोजगार सृजन को मजबूत गति प्रदान करने के साथ-साथ व्यापक आर्थिक स्थिरता को मजबूत करने पर केंद्रित है.
कृषि स्टार्टअप के लिए कृषि त्वरक कोष स्थापित किया जाएगा
सीतारमण ने बुधवार को 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए अपने भाषण में कहा, “बजट के सात प्राथमिकता वाले क्षेत्र समावेशी विकास, अंतिम मील तक पहुंचना, बुनियादी ढांचा और निवेश, क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा और वित्तीय क्षेत्र हैं.” वित्त मंत्री ने बताया कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देने के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा. उन्होंने यह भी घोषणा की है कि छोटे और सीमांत किसानों का समर्थन करने के लिए एक सहकारी-आधारित मॉडल अपनाया गया है.
‘अर्थव्यवस्था दसवें स्थान से पांचवें स्थान पर पहुंच गई’
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में बजट पेश करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में दसवें स्थान से पांचवें स्थान पर पहुंच गई. उन्होंने बताया कि देश के ग्रामीण इलाकों में दीन दयाल अंत्योदय योजना को उल्लेखनीय सफलता मिली. वित्तमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार किसानों, उद्योगों व राज्यों के बीच सहयोग बढ़ाएगी, ताकि इनके सहयोग से देश में विकास की नई लकीर खींची जा सके और किसानों की आय में वृद्धि हो सके. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च को सहयोग करेगी और अनुसंधान कार्यो को बढ़ावा देगी.
वित्तमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने का पूरा प्रयास कर रही है. इसके तहत किसानों को ऋण प्रदान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चालू वर्ष में कृषि ऋण को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ किया जाएगा. वित्तमंत्री ने पर्यटन को बढ़ावा देने की बात भी कही. इसके लिए सभी राज्यों से सहयोग करने का आग्रह भी किया.
– भारत एक्सप्रेस