भूकंप (फोटो प्रतीकात्मक)
Earthquake in : तुर्की में भयानक भूकंप आने के बाद से लोगों के दिलों में अभी तक खौफ बैठा हुआ है. वहीं उसके बाद से ही दुनियाभर में कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं. अब तजाकिस्तान और अफगानिस्तान में गुरुवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.8 थी. इतना ही नहीं चीन की सीमा से सटे इलाकों में भी भूकंप का असर देखने को मिला है. ये झटके ऐसे समय पर आये हैं, जब हाल ही में तुर्की और सीरिया में भूकंप से भारी तबाही मची है.
खबरों के मुताबिक, अफगानिस्तान में भूकंप के झटके सुबह 6 बजकर 7 मिनट पर महसूस किये गए. भूकंप का केंद्र फैजाबाद से 265 किलोमीटर दूर स्थित है. USGS के मुताबिक, तजाकिस्तान में सुबह 6:07 बजे 6.7 तीव्रता का भूकंप आया. चीन से लगी सीमा के पास भूकंप का असर देखने को मिला है.
18 मिनट के अंदर दो बार कांपी धरती
जानकारी के मुताबिक, यहां 18 मिनट के अंदर दो बार धरती कांपी रही. पहले भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.6 मापी गई, जबकि दूसरी बार भूकंप की तीव्रता पांच के ऊपर मापी गई. पहले झटके का केंद्र जमीन से 113 किलोमीटर और दूसरे का 150 किलोमीटर गहराई में था. इसके अलावा ताजिकिस्तान में मुर्गोब से 6.7 किमी पश्चिम में भी 6.8 तीव्रता का भूकंप आया. तुर्की के एंटिऑक में स्थानीय समयानुसार सुबह 04.42 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 4.2 थी.
Earthquake of Magnitude:6.7, Occurred on 23-02-2023, 06:07:44 IST, Lat: 38.01 & Long: 73.33, Depth: 113 Km ,Location: 265km ENE of Fayzabad, Afghanistan for more information Download the BhooKamp App https://t.co/kuSdlp2RlF @ndmaindia @Indiametdept @DDNewslive @Dr_Mishra1966 pic.twitter.com/fJ1IW8qG5T
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) February 23, 2023
क्यों आता है भूकंप ?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट कोर. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है.