Twitter BlueTik Legacy Account: ट्विटर यूजर्स के लिए अच्छी खबर है. वेरिफाइड यूजर्स के लिए बड़ा बदलाव हुआ है. दरअसल, कंपनी की ओर से कुछ दिन पहले ट्वीट कर जानकारी दी गई थी कि 1 अप्रैल के बाद बिना सब्सक्रिप्शन वाले ब्लू टिक वाले यूजर्स की आईडी से ब्लू टिक हटा दिया जाएगा. यानी ब्लू टिक सिर्फ ट्विटर ब्लू सर्विस वाले यूजर्स की आईडी पर ही रहेगा. तारीख निकल गई पर नीला टिक नहीं गया. जब से कंपनी ने इस बात का ऐलान किया है तभी से कुछ यूजर्स इसे लेकर चिंतित थे. कई लोगों ने कंपनी के इस फैसले का विरोध भी किया था. इतना ही नहीं कुछ सेलेब्रिटीज ने कंपनी की सब्सक्रिप्शन पॉलिसी का विरोध भी किया है. लेब्रोन जेम्स अब तक के सबसे अधिक भुगतान पाने वाले एनबीए खिलाड़ियों में से एक हैं और प्रति वर्ष $40 मिलियन से अधिक कमाते हैं. उन्होंने ट्विटर को भुगतान करने से भी इनकार कर दिया.
क्या हुआ बदलाव?
जब से कंपनी ने सब्सक्रिप्शन पॉलिसी शुरू की है. वह उन उपयोगकर्ताओं की आईडी बता रही थी, जिन्हें सदस्यता के रूप में पैसे देकर ब्लू बैज मिला और बिना पैसे चुकाए पहले से सत्यापित उपयोगकर्ताओं की आईडी पर लीगेसी खाते. अब दोनों आईडी पर एक ही जानकारी आ रही है. अब जब आप नीले बैज पर क्लिक करते हैं तो आपको लिखा मिलता है कि यह अकाउंट या तो सब्स्क्राइब्ड है या लीगेसी अकाउंट है. आप नीचे दिए गए Screenshot से समझ सकते हैं. हमने आपकी समझ के लिए दो अकाउंट के स्क्रीनशॉट नीचे रखे हैं. एक पहले से ही सत्यापित है जबकि दूसरे की सदस्यता ली गई है.
ये भी पढ़ें- Ration Card Today News : इन लोगों को अब नही मिलेगा फ्री राशन, राशन कार्ड पर चलेगी कैंची
एक रिपोर्ट में बड़ी जानकारी सामने आई
द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर पर विज्ञापन पर सबसे अधिक खर्च करने वाले शीर्ष 500 संगठनों को अपनी सत्यापित स्थिति बनाए रखने के लिए अपने ब्लू टिक को बनाए रखने के लिए प्रति माह $1,000 का भुगतान नहीं करना होगा. साथ ही जिन 10000 कंपनियों के फॉलोअर्स सबसे ज्यादा हैं, उन्हें भी भुगतान नहीं करना होगा. ट्विटर की ओर से यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर वेरिफिकेशन के लिए बड़े पैमाने पर बदलाव किए जा रहे हैं. ट्विटर ने पिछले महीने ट्वीट किया था कि सत्यापित संगठन अब विश्व स्तर पर उपलब्ध हैं और प्रतीक्षा सूची के लोगों को जिनके अनुरोध स्वीकार कर लिए गए हैं, उन्हें मेल किया जा रहा है.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.