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SCO की बैठक में रूस और चीन के मंत्रियों से मिलेंगे एस जयशंकर, लेकिन बिलावल भुट्टो से नहीं होंगी बातचीत

S Jaishankar: आधिकारिक सूत्रों ने ये पुष्टि जरूर की है कि जयशंकर गुरुवार को अपने चीनी समकक्ष किन गैंग से मुलाकात करेंगे, जो दो महीने में उनकी दूसरी द्विपक्षीय बातचीत होगी

S JAYSHANKAR

एस जयशंकर

SCO Summit 2023: SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी का गोवा में आगम हो गया. उनके आगमन पर मीडिया में भी काफी चर्चा रही है. लेकिन, जानकारी के मुताबिक बिलावल के साथ भारतीय विदेश मंत्री की औपचारिक बैठक नहीं हो सकती है. राजनयिक सूत्रों के अनुसार, किसी भी पक्ष ने बुधवार देर रात तक बैठक का प्रस्ताव नहीं दिया था, हालांकि अलग से अनौपचारिक बातचीत की संभावना को किसी ने खारिज नहीं किया.

आधिकारिक सूत्रों ने ये पुष्टि जरूर की है कि जयशंकर गुरुवार को अपने चीनी समकक्ष किन गैंग से मुलाकात करेंगे, जो दो महीने में उनकी दूसरी द्विपक्षीय बातचीत होगी. गुरुवार को यहां पहुंचने वाले पहले लोगों में किन ने मार्च में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर जयशंकर से मुलाकात की थी.

जयशंकर द्वारा औपचारिक रूप से दक्षिण गोवा स्थित समुद्र तट पर स्थित एक रिसॉर्ट में “अनौपचारिक” रात्रिभोज और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ एससीओ की बैठक शुरुआत करेंगे. भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर के साथ, यूरेशियन समूह के अन्य सभी सदस्य-राज्यों – रूस, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान के उनके समकक्ष – रात्रिभोज में भाग लेंगे.

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रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी होगी मुलाकात

जयशंकर की रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ द्विपक्षीय बैठक भी गुरुवार को होने की उम्मीद है. उम्मीद की जा रही है कि जयशंकर किन के साथ अपनी बैठक का इस्तेमाल पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करने की जरूरत पर जोर देने के लिए करेंगे. शुक्रवार को एससीओ की बैठक में किन और बिलावल की मौजूदगी में जयशंकर ने क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए समर्थन व्यक्त करते हुए भारत के इस बिंदु को भी रेखांकित किया कि इस तरह की पहल से किसी भी सदस्य-राज्य की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन नहीं होना चाहिए.

हालांकि गुरुवार को सभी की निगाहें बिलावल पर हैं. वैसे बिलावल के साथ उनके भारतीय समकक्ष के साथ औपचारिक बैठक तय नहीं है. लेकिन, अनौपचारिक बातचीत को किसी भी पक्ष ने खारिज नहीं किया है.

– भारत एक्सप्रेस

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