प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो ट्विटर)
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दिल्ली के प्रगति मैदान में नेशनल टेक्नोलॉजी डे (National Technology Day) पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2023 को चिह्नित करने वाले कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कई वैज्ञानिक परियोजनाओं की आधारशिला रखी और स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया. इस अवसर पीएम मोदी ने कहा कि हमने जो स्टार्टअप इंडिया अभियान शुरु किया, जो डिजिटल इंडिया अभियान शुरु किया, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई उसने भी प्रौद्योगिक क्षेत्र में भारत की सफलता को और नई ऊंचाई दी.
पीएम मोदी ने आज 11 मई के दिन को भारत के इतिहास के सबसे गौरवमयी दिनों में से एक बताया. उन्होंने कहा कि भारत के वैज्ञानिकों ने पोखरण में वह उपलब्धि हासिल की थी जिसने मां भारती की हर संतान का सिर गर्व ये ऊंचा कर दिया था.
“मैं नहीं भूल सकता वो दिन”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि 2014 के बाद से भारत ने जिस तरह से साइंस और प्रौद्योगिकी पर जोर दिया है वह बड़े बदलावों का कारण बना है. पहले जो साइंस सिर्फ किताबों तक सीमित था वह अब प्रयोग से आगे बढ़कर पेटेंट में बदल रहे हैं. भारत में 10 साल पहले 1 साल में 4 हजार पेटेंट ग्रांट होते थे लेकिन आज इनकी संख्या 30 हजार से ज्यादा हो गई है. मैं उस दिन को कभी नहीं भूल सकता जब अटल जी ने भारत के सफल परमाणु परीक्षण की घोषणा की थी. इससे भारत ने न केवल अपने वैज्ञानिक सामर्थ्य को साबित किया था बल्कि भारत के वैश्विक कद को भी ऊंचाई दी थी.
हमारे सामने 2047 के स्पष्ट लक्ष्य हैं
इस समय में हम आजादी के ‘अमृतकाल’ के शुरूआती महीनों में हैं. हमारे सामने 2047 के स्पष्ट लक्ष्य हैं. हमें देश को विकसित बनाना है, हमें देश को आत्मनिर्भर बनाना है. भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ हो, सतत विकास लक्ष्य हो, चाहें innovation के लिए एक inclusive ecosystem का निर्माण करना हो. टेक्नोलॉजी कदम-कदम पर हमारे लिए जरूरी है. इसलिए आज भारत एक नई सोच के साथ इस क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है.
आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र है और ये ग्रोथ उस समय में है जब दुनिया आर्थिक अनिश्चितताओं के दौर से गुजर रही है. ये भारत का सामर्थ्य दिखाता है.
– भारत एक्सप्रेस
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