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Forex reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में इज़ाफ़ा, 4.5 अरब डॉलर बढ़कर हुआ 588.78 अरब डॉलर

Indian Forex Reserves: देश के फॉरेक्स रिजर्व में लगातार गिरावट दर्ज की गई है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने मुख्य रूप से वैश्विक घटनाक्रमों के कारण दबाव के बीच रुपये को बचाने के लिए अपने विदेशी भंडार का उपयोग किया था.

2000 rupee note

सांकेतिक तस्वीर

Indian Forex Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 28 अप्रैल तक साप्ताहिक आधार पर भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.532 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 588.780 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया. पिछले सप्ताह देश का देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.16 बिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 584.24 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया था. जबकि 14 अप्रैल तक के सप्ताह में 1.657 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 586.412 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया था, जो पिछले 9 महीने के सबसे ज्यादा स्तर पर था.

आरबीआई (RBI) के नए आंकड़ों के मुताबिक, भारत की विदेशी मुद्रा संपत्ति, विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक, 4.996 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 519.485 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है. नए सप्ताह के दौरान स्वर्ण भंडार 49.4 करोड़ डॉलर घटकर 45.657 अरब डॉलर आ गया.

भारतीय रिजर्व बैंक करता है हस्तक्षेप

देश के फॉरेक्स रिजर्व में लगातार गिरावट दर्ज की गई क्योंकि केंद्रीय बैंक ने मुख्य रूप से वैश्विक घटनाक्रमों के कारण दबाव के बीच रुपये को बचाने के लिए अपने विदेशी भंडार का उपयोग किया था. अक्टूबर 2021 में देश के विदेशी मुद्रा भंडार ने लगभग 645 बिलियन अमरीकी डालर के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया था, क्योंकि बाजार में भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप के कारण बढ़ते अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का बचाव किया गया था.

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आमतौर पर, भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर बाजार में प्रबंधन के माध्यम से हस्तक्षेप करता है, जिसमें रुपये में भारी मूल्यह्रास को रोकने की दृष्टि से डॉलर की बिक्री भी शामिल है. RBI विदेशी मुद्रा बाजारों की बारीकी से निगरानी करता है और किसी भी पूर्व-निर्धारित लक्ष्य स्तर या बैंड के संदर्भ के बिना, विनिमय दर में अत्यधिक अस्थिरता को नियंत्रित करके केवल व्यवस्थित बाजार स्थितियों को बनाए रखने के लिए हस्तक्षेप करता है.

– भारत एक्सप्रेस

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