प्रतीकात्मक तस्वीर
Palm oil price rise : आम आदमी के लिए ये खबर किसी झटके से कम नहीं है. दरअसल ब्रेड, मिठाई, बिस्किट , नमकीन जैसी रोजमर्रा के इस्तेमाल में आने वाली चीजें महंगी हो सकती है. वजह है पाम ऑयल का महंगा ( palm oil price rise ) होना. इन सबी चीजों को बनाने में इसी पाम ऑयल का इस्तेमाल होता है इसीलिए माना जा रहा है कि पाम ऑयल की कीमतों में तेजी का असर आपके बजट को बिगाड़ सकता है. ध्यान देने वाली बात यह है कि पाम ऑयल की कीमतों में सन फ्लॉवर ऑयल और सोया ऑयल के मुकाबले 45 डॉलर तक का इजाफा हो चुका है.
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पिछले 2 सप्ताह से बढ़ रहे हैं दाम-
पाम ऑयल ( palm oil ) को खाने का सबसे सस्ता तेल माना जाता है लेकिन इस तेल की कीमतों में पिछले 2 हफ्ते से तेजी देखने को मिली है. हाल ये है कि फिलहाल भारत में इंपोर्टेड पाम ऑयल की कीमत $1055 पहुंच गया है. इसकी कीमतें बीते 2 हफ्ते में करीब $30 बढ़ी हैं. तेजी के चलते पाम ऑयल सोया ओर सूरजमुखी के मुकाबले 15-45 डॉलर तक महंगा हो गया है. जबकि बीते 15 दिनों में सोया और सूरजमुखी के तेल की कीमत में 50 डॉलर तक की गिरावट आई है. फिलहाल कमोडिटी मार्केट में इंपोर्टेड सोया तेल का भाव गिरकर 1,040 डॉलर और सूरजमुखी तेल का भाव 1,010 डॉलर हो गया है.
इस वजह से आई तेजी-
पाम ऑयल की कीमत ( palm oil price ) बढ़ने की सबसे बड़ी वजह इंडोनेशिया में सप्लाई की किल्लत है. फरवरी में इंडोनेशिया का स्टॉक 15% तक घट गया. जानकारों का मानना है कि मई तक सप्लाई में ऐसी ही कमी बनी रहेगी जिसकी वजह से कीमतों में उछाल देखा जा रहा है. कीमतों में बढ़ोत्तरी की वजह पाम ऑयल एक्सपोर्ट पर ड्यूटी की बढ़ोतरी भी है. दरअसल, इंडोनेशिया ने क्रूड पाम तेल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी 55 डॉलर से बढ़ाकर 224 डॉलर कर दिया है. इसके अलावा RBD तेल पर ड्यूटी 50 डॉलर बढ़ाकर 151 डॉलर कर दिया है. एक्सपोर्ट पर ड्यूटी में बढ़ोतरी 16-31 अप्रैल के बीच लागू होगी.