अरुण गोविल.
1980 के दशक में दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अरुण गोविल इस बार के लोकसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्होंने उत्तर प्रदेश की मेरठ सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. उस जमाने में भगवान राम का किरदार निभाने के बाद अरुण गोविल घर-घर में पहचाने जाने लगे थे. लोगों में इस धारावाहिक का इतना क्रेज था कि वह उन्हें भगवान राम मानने लगे थे. धारावाहिक का प्रभाव ऐसा था कि लोग उन्हें ‘अरुण गोविल’ के नाम से नहीं, बल्कि ‘राम’ के नाम से बुलाते थे.
उस समय भक्ति का ऐसा दौर था कि जब टीवी पर रामायण का प्रसारण होता था तो कुछ लोग आराम से बैठकर नहीं, बल्कि हाथ जोड़े हुए खड़े होकर देखा करते थे. यहां तक कि जब लोग अरुण से मुलाकात करते थे तो ‘नमस्ते’ कर अभिवादन नहीं करते थे, बल्कि उनके पैर छूते थे. दर्शक उन्हें भगवान राम की तरह ही सम्मान देते थे.
शर्मिंदगी का सामना
कोविड-19 महामारी के पहली लहर के दौरान साल 2020 में डीडी नेशनल पर इस रामायण का दोबारा प्रसारण किया गया था. इसी दौरान सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले ‘द कपिल शर्मा शो’ में अरुण गोविल और रामायण के अन्य कलाकारों ने शिरकत की थी. इस दौरान अरुण गोविल ने अपनी सिगरेट पीने की लत के बारे में बात की थी, जिसकी वजह से एक बार उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था. उन्होंने बताया था वह दक्षिण में एक फिल्म कर रहे थे, जो कि बाइलिंगुअल फिल्म थी. फिल्म में अभिनेत्री भानुप्रिया भी थीं. वो लक्ष्मी जी का रोल कर रही थीं और अरुण गोविल तिरुपति बालाजी के रोल में थे.
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लत हमेशा के लिए छोड़ दी
उन दिनों को याद करते हुए अरुण गोविल ने बताया, ‘उन दिनों मैं सिगरेट पीता था और बहुत पीता था. शूटिंग के दौरान लंच टाइम में मुझे सिगरेट की तलब लगी तो स्टूडियो में पीछे की तरफ एक कोने में कुर्सी पर बैठकर मैं सिगरेट पी रहा था. इतने में एक व्यक्ति आए, उन्होंने मुझे देखा और फिर अपनी भाषा में अगड़म-बगड़म बहुत कुछ बोला. वो बात मुझे भले ही समझ में नहीं आई थीं, लेकिन मैं ये जरूर समझ गया था उन्होंने मन भर मुझे गालियां दी हैं. फिर मैंने उन्हें अंग्रेजी में कहा कि आप प्लीज थोड़ा शांत हो जाइए और मैंने किसी को बुलाकर पूछा कि ये क्या बोल रहे हैं, मुझे लग रहा है कि ये मुझे गालियां दे रहे हैं. तब उस व्यक्ति ने मुझे बताया कि ये कह रहे हैं कि हम तो आपको भगवान मानते हैं और आप ये कर रहे हो, आपको शर्म नहीं आती.’ उन्होंने आगे कहा, ‘वो दिन है और आज का दिन है, मैंने जिंदगी में कभी सिगरेट नहीं पी.’
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मेरठ में हुआ था जन्म
भाजपा ने मेरठ के मौजूदा सांसद राजेंद्र अग्रवाल की जगह अरुण गोविल को टिकट दिया है. मार्च 2021 में अरुण भाजपा में शामिल हुए थे. उनका जन्म 12 जनवरी 1952 को मेरठ में हुआ था. उन्होंने अपनी औपचारिक शिक्षा मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से की थी. इस बार के लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होंगे. पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को है, जबकि आखिरी चरण का चुनाव 1 जून को होगा. सभी 543 लोकसभा सीटों पर वोटों की गिनती 4 जून को होगी.
-भारत एक्सप्रेस