आचार्य प्रमोद कृष्णम.
UP Politics: लोकसभा चुनाव से पहले यूपी की राजनीति में जमकर उठापटक दिखाई दे रही है. जहां एक ओर इंडिया गठबंधन टूट की कगार पर खड़ा है तो वहीं कांग्रेस ने अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. कांग्रेस ने ये कदम उठा कर ठीक किया या गलत ये तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम की पहली प्रतिक्रिया सामने आ रही है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राम और “राष्ट्र” पर “समझौता” नहीं किया जा सकता.
राम और “राष्ट्र”
पर “समझौता” नहीं किया जा सकता. @RahulGandhi— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) February 11, 2024
बता दें कि शनिवार को कांग्रेस ने ये कार्रवाई की है. तो वहीं कार्रवाई के बाद पूर्व कांग्रेस नेता अपने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर अपने मन की बात कही है. तो वहीं इससे पहले कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा था कि, अनुशासनहीनता और बार-बार पार्टी विरोधी टिप्पणियों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से छह साल की अवधि के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
इससे पहले शनिवार यानी 10 फरवरी को आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद से मुलाकात की थी. इसके बारे में उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेट फार्म एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा था कि, “कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद को श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह का सादर निमंत्रण.”
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मिले थे पीएम से
बता दें कि हाल ही में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और इसकी तस्वीरें भी उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर पोस्ट की थी और पीएम को कल्कि धाम के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था. इसी के साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भारतीय जनता पार्टी के तमाम बड़े नेताओं को इस कार्यक्रम के लिए वह आमंत्रित कर चुके हैं और इस सम्बंध में सभी से भेंट भी की थी.
तो वहीं राम मंदिर और सनातन के प्रति कांग्रेस के व्यवहार को लेकर भी वह लगातार बयान दे रहे थे. वह अलग-अलग समय पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों से इतर भी बयान देते हुए नजर आए. ऐसे में माना जा रहा था कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उनकी तरफ से इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था.