दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन (फाइल फोटो)
Satyendra Jain Controversy: आप नेता और दिल्ली सरकार मंत्री में रहे सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग केस में तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं. बीते कुछ महीने पहले उनका जेल में मालिश कराने का वीडियो वायरल हुआ था. जिसे अभी तक लोग भुले नहीं हैं कि अब उनकी एक और डिमांड पर बवाल खड़ा हो गया है. इस बार सत्येंद्र जैन ने जेल सुपरिटेंडेंट से अपना मन लगाने के लिए दो कैदियों को अपने सेल में भेजने को कहा था, जिसके बाद सुपरिटेंडेंट ने दो कैदियों को जेल के अंदर उनके सेल में भी भेज दिया. इसी घटनाक्रम को लेकर अब नया विवाद खड़ा हो गया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने दावा किया है कि जेल नंबर 7 में बंद दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के सेल में दो कैदियों को शिफ्ट करने के मामले में जेल के अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है.
तिहाड़ जेल के अधीक्षक को भेजा कारण बताओं नोटिस
जेल अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के सेल में दो कैदियों को भेजने के लिए तिहाड़ जेल के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिन्होंने अवसाद और अधिक सामाजिक बातचीत की आवश्यकता का हवाला देते हुए कम से कम दो कैदियों के साथ रहने का अनुरोध किया था. हालांकि कैदियों को तुरंत वापस स्थानांतरित कर दिया गया.
Delhi | Showcause notice issued to Superintendent of Jail No. 7, Tihar Jail, for transferring two prisoners to the cell of Former Delhi minister Satyendar Jain who requested to lodge him with at least two inmates citing depression & need for more social interactions. Inmates were…
— ANI (@ANI) May 15, 2023
‘मैं अकेलेपन से परेशान रहता हूं’
जैन ने अपने आवेदन में कहा कि वह अकेलेपन के कारण परेशान रहते हैं और एक मनोचिकित्सक ने उन्हें अधिक सामाजिक संपर्क के लिए सुझाव दिया है, इसलिए उन्होंने कम से कम दो और व्यक्तियों के साथ रहने का अनुरोध किया. इस पत्र में उन्होंने वार्ड नंबर 5 के दो लोगों के नाम भी बताए थे.
30 मई 2022 को गिरफ्तार हुए थे सत्येंद्र
बता दें कि दिल्ली सरकार में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आप के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन को मनी लांन्ड्रिंग केस में 30 मई 2022 को गिरफ्तार किया गया था. अभी वह तिहाड़ जेल में बंद हैं. जैन पर शेल कंपनियां बनाकर 16 करोड़ रुपए से अधिक की राशि ट्रांसफर करने का आरोप है.