प्रतीकात्मक तस्वीर
Agnipath Scheme: पाकिस्तान के आकाओं के इशारे पर चल रहे आतंकवाद से जूझ रहे जम्मू-कश्मीर ने उन्हें करारा जवाब दिया है. जम्मू-कश्मीर ने सेना को अग्निवीरों का पहला जत्था दिया है. सेना की नई अग्निपथ योजना के तहत देश में भर्ती हुई थी. जिसके लिए सैकड़ों जवान उमड़े थे. भर्ती की प्रक्रिया के बाद सेना ने 200 उम्मीदवारों के पहले जत्थे को अग्निवीर ट्रेनिंग के लिए चुना है. इनकी ट्रेनिंग 1 जनवरी शुरू होनी है.
ट्रेनिंग के लिए विभिन्न रेजिमेंट्स भेजा गया
इन अग्निवीरों को सेना में जनरल ड्यूटी, अग्निवीर टेक्निकल, अग्निवीर क्लर्क, स्टोरकीपर और ट्रेड्समैन की ट्रेनिंग दी जाएगी. सूत्रों से पता चला है कि इन चुने हुए 200 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण के लिए श्रीनगर के आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस द्वारा सेना की 30 अलग-अलग रेजिमेंट्स में भेजा गया है. इन जवानों को 25 से 30 दिसंबर के बीच अपने- अपने रेजीमेंट में रिपोर्ट करना था और नए साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी इनकी ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी.
ये भी पढ़ें:- Weather Update: पहाड़ों पर बर्फबारी, दिल्ली-UP और गिरेगा पारा, जानें अगले पांच दिन कैसा रहेगा मौसम
200 उम्मीदवारों में दिखा गजब का उत्साह
इन 200 उम्मीदवारों में उत्साह देखने को मिला है. उम्मीदवारों ने पूरे उत्साह के साथ शून्य से कम डिग्री तापमान में भी ट्रेनिंग केंद्रों का रुख किया. अब इनको 6 महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसके बाद यह अग्निवीर जवान की भूमिका में आ जाएंगे. अग्निवीरों को सेना में 4 साल की सेवा के दौरान कुल 11 लाख 71 हजार रुपए की सेवा निधि मिलेगी.
48 लाख रु. का बीमा कवर
सेना सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि डिवीजनल कमिश्नर और श्रीनगर की चिनार कोर के संयुक्त प्रयासों से पहले जत्थे में 2०० जवानों का चयन हो सका. जवानों को सेवा के दौरान 48 लाख का बीमा कवर मिलेगा जिसके लिए उनको अंशदान भी नहीं करना होगा. सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, “शुरू की गई अग्निपथ योजना, सशस्त्र बलों में युवाओं की भर्ती के लिए एक जरूरी स्कीम है.” बता दें कि अग्निवीर स्कीम को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध भी देखने को मिला था. कई राज्यों में युवा सड़कों पर उतर आए थे और चार साल की सेवा को लेकर अपना विरोध जताया था.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.