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Varanasi: अटल आवासीय स्कूल में बच्चों को बैग-यूनिफॉर्म से लेकर खाना, किताब..ये सब मुफ्त, जानें कैसे मिलेगा दाखिला

योजना का लाभ लेने के लिए केवल पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को ही पात्र माना जाएगा. पढ़ाई के साथ ही इन आवासीय स्कूलों में बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जाएगा.

सांकेतिक तस्वीर (फोटो सोशल मीडिया)

Atal Awasiya vidyalaya : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वाराणसी दौरे में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखने के साथ ही कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 16 अटल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन भी किया. अटल आवासीय विद्यालय ऐसे स्कूल हैं..जिनमें पढ़ने वाले बच्चों को सबकुछ मुफ्त मिलेगा.

अधिकारियों ने बताया कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से, उत्तर प्रदेश में लगभग 1115 करोड़ रुपये की लागत से 16 अटल आवासीय विद्यालय बनाए गए हैं. ये विद्यालय विशेष रूप से मजदूरों, निर्माण श्रमिकों और कोविड-19 महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को ध्यान में रखकर खोले गए.

बता दें कि शनिवार को पीएम मोदी वाराणसी पहुंचे और पूर्वांचल को शानदार तोहफा दिया. इस मौके पर वाराणसी में एक इंटरनेशनल स्टेडियम की आधारशिला रखी है. बता दें कि यह स्टेडियम भगवान भोलेनाथ के डमरू और चांद के आकार का होगा, जो कि दुनिया के सबसे खूबसूरत स्टेडियमों में से एक होगा. इस स्टेडियम में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. मैदान में लगने वाले फ्लड लाइट भगवान भोलेनाथ के त्रिशूल के आकार का होगा. इसी मौके पर प्रधानमंत्री ने 16 अटल आवासीय विद्यालयों का भी उद्घाटन किया.

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विद्यालय में ये होंगी सुविधाएं

बता दें कि, इन विद्यालयों का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और बच्चों के समग्र विकास में सहायता करना है. प्रत्येक स्कूल 10-15 एकड़ के क्षेत्र में बनाया गया है जिसमें कक्षाएं, खेल मैदान, मनोरंजक क्षेत्र, एक मिनी सभागार, छात्रावास परिसर, मेस और कर्मचारियों के लिए आवासीय फ्लैट हैं. इन आवासीय विद्यालयों में प्रत्येक में लगभग 1000 छात्रों को समायोजित किया जाएगा. यहां पर मुफ्त में रहकर अनाथ, आर्थिक रूप से कमजोर, श्रमिकों के बच्च और कोविड-19 के दौरान अनाथ हुए बच्चों को शिक्षा दी जाएगी और सिर्फ इन्हीं बच्चों का यहां पर एडमिशन होगा.

कक्षा-5 पास करना होगा अनिवार्य

योजना का लाभ लेने के लिए केवल पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को ही पात्र माना जाएगा. पढ़ाई के साथ ही इन आवासीय स्कूलों में बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जाएगा और उनके मनोरंजन का भी ध्यान रखा जाएगा. इसीलिए खेलकूद आदि सुविधाएं बच्चों को दी जाएंगी. बता दें कि अटल आवासीय विद्यालय में एक रजिस्टर्ड श्रमिक अपने दो बच्चों का दाखिला करा सकेंगे. इसमें एडमिशन के लिए छात्र का कक्षा 5 पास करना अनिवार्य होगा और इसमें दाखिला लेने वाले छात्र की उम्र 10 वर्ष से कम और 13 वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिए.

-भारत एक्सप्रेस

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