बरेली के स्कूल में हुई 'धार्मिक' प्रार्थना !
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक सरकारी स्कूल में मदरसों में होने वाली प्रार्थना ‘मेरे अल्लाह बुराई से बचाना’ कराए जाने का मामला सामने आया है. इसका एक सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हुआ था. वीडियो वायरल होने के बाद ही हिंदूवादी संगठनों ने इसका जमकर विरोध किया था. वीडियो में स्कूल के बच्चों से ‘मेरे अल्लाह बुराई से बचाना’ प्रार्थना कराई जा रही थी. इस मामले में बीएसए (BSA) ने कार्रवाई करते हुए स्कूल के अध्यापक नायक सिद्दीकी को सस्पेंड कर दिया है.
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि मुस्लिम टीचर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं. प्रार्थना का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी टीचरों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस ने फिलहाल मामला दर्ज कर लिया है. हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
पूरा मामला बरेली के फरीदपुर परा मोहल्ले में स्थित कंपोजिट कमला नेहरू उच्च प्राथमिक विद्यालय का है. जहां स्कूल के अंदर बच्चों से मुहम्मद इकबाल की कविता ‘लब पे आती है दुआ’ का पाठ कराने का वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य और एक शिक्षा मित्र पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है. शिक्षा विभाग ने स्कूल के प्रिंसिपल नाहिद सिद्दीकी को भी निलंबित कर दिया है और शिक्षा मित्र वजीरुद्दीन के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं.
ये भी पढ़ें- मैंने बच्चों से कहा विदेश में ही बस जाओ, भारत में माहौल ठीक नहीं- RJD नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर घमासान
हालांकि, प्रिंसिपल नाहिद सिद्दीकी का कहना है कि जब यह घटना हुई तो वह स्कूल में नहीं थी क्योंकि वो 12 दिसंबर से छुट्टी पर गई थे. बरेली के जिस सरकारी स्कूल में यह घटना हुई वहां कक्षा 1 से 8 में 265 बच्चे पढ़ते हैं.
बता दें कि स्कूल में प्रार्थना किसी भी धर्म और मजहब को लेकर नहीं कराई जाती है. वहां तो बच्चों को इंसानियत और सभी को मिलजुलकर रहने के लिए सिखाया जाता है. लेकिन बरेली के इस सरकारी स्कूल में मदरसों में होने वाली प्रार्थना कराई जा रही थी.