वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब के लीडरशिप में बड़ा बदलाव हुआ है. यूट्यूब की सीईओ सुसान वोजस्की ने अपने पद से इस्तीफा दिया है. वोजसिकी ने कहा कि वह अपने परिवार, स्वास्थ्य और व्यक्तिगत परियोजनाओं के साथ अधिक समय बिताना चाहती हैं. नील मोहन वैश्विक स्तर पर भारतीय मूल के सीईओ की सूची में शामिल हो गए हैं. वीडियो-स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के सीईओ के रूप में सुसान वोजिकी के पद छोड़ने के बाद ऐसा हुआ है. मोहन YouTube में मुख्य प्रोडक्ट ऑफिसर हैं.
साल 1996 में की थी करियर की शुरूआत
मोहन 2008 में Google में शामिल हुए. वह YouTube में मुख्य प्रोडक्ट ऑफिसर हैं, जहाँ वे YouTube शॉर्ट्स और संगीत के निर्माण पर फोकस कर रहे हैं. भारतीय मूल के नील मोहन मिशिगन और फ्लोरिडा में पले बढ़े हैं. उन्होंने सन 1996 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद साल 2005 में उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ही एमबीए किया. अपने करियर की शुरूआत नील ने सन 1996 में एक्सेंचर (accenture) कंपनी से की थी. इसके बाद उन्होंने कई अन्य कंपनियों में काम किया।.
गूगल की 16वीं स्टाफ बनी सुसान वोजिकी
सुसान वोजिकी यूट्यूब की पैरेंट कंपनी गूगल के साथ शुरुआती दिनों से जुड़ी हुई हैं. ये तब की बात है जब गूगल के दो संस्थापक कैलिफोर्निया के एक गैरेज में सर्च इंजन बनाने के लिए काम कर रहे थे. बाद में वो गूगल की 16वीं स्टाफ बनी थीं और वे कंपनी में 25 सालों से जुड़ी हुई हैं.
नील मोहन को बधाई देते हुए सुसान वोजिकी ने कहा कि हम शॉर्ट्स, स्ट्रीमिंग और सब्सक्रिप्शन में जो कर रहे हैं वो शानदार है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वादों के साथ, YouTube के सबसे रोमांचक अवसर आगे हैं, और नील हमारा नेतृत्व करने के लिए सही व्यक्ति हैं.
सुसान ने कहा कि नील मोहन एक शानदार लीडर हैं और वे इस बात को किसी से भी ज्यादा अच्छे तरीके से समझते हैं कि इस प्लेटफॉर्म को अभी और भविष्य में क्या चाहिए. सुसान ने कहा कि वे ट्रांजिशन पीरियड के दौरान कंपनी में बनी रहेंगी और नील मोहन को मदद करती रहेंगी. सुसान अभी गूगल और अल्फाबेट में बतौर सलाहकार काम करेंगी. उन्होंने कहा कि उन्हें आज भी यूट्यूब को लेकर उतना ही भरोसा है जितना कि उन्हें 9 साल पहले था. यूट्यूब के सर्वोत्तम दिन अभी आने वाले हैं.