Industrialists pranay vakeel, arvind goyal, Piruz Khambatta from left to right
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपना सातवां और मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश किया. इसको लेकर उद्योग जगत में उत्साह का माहौल है. उन्होंने इसे विकास करने वाला बजट बताया है. टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरविंद गोयल ने बजट को काफी सकारात्मक बताया. उन्होंने कहा कि विकास को ध्यान में रखकर बजट लाया गया है. एमएसएमई को जो राहत मिली है, उससे इस क्षेत्र का ग्रोथ होगा. यहां पर उत्पादन क्षेत्र में बहुत संभावना है. पांच साल में एक करोड़ लोगों को बड़ी कंपनियों से इंटर्नशिप कराने की जो योजना बनाई है, इससे काफी ट्रेंड मैन पावर मिलेगा.
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने इन्फ्रास्ट्रक्चर में भी 11 लाख करोड़ रुपए के निवेश का निर्णय लिया है. पिछले साल यह 10 लाख करोड़ था. इसमें 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ होगा तो इंड्रस्टी का ग्रोथ होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा.
बजट 2024-25 को लेकर रियल स्टेट एक्सपर्ट प्रणय वकील ने आईएएनएस को बताया कि शहरी क्षेत्र के रियल स्टेट सेक्टर में 10 लाख करोड़ का निवेश होने वाला है. इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत सरकार तीन करोड़ घर बनाने वाली है. इन सबसे सामानों की मांग बढ़ेगी और इससे फायदा होगा.
रसना प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन पिरुज खंबाटा ने कहा, “यह आम आदमी को लाभ पहुंचाने वाला बजट है. इसके जरिए ग्रामीण इलाकों, महिलाओं और युवाओं को फायदा होगा. पूरे देश को एक साथ चलने का संदेश दिया जा रहा है. इंडस्ट्री को भी आगे आना चाहिए कि कैसे सरकार के साथ बढ़ सकते हैं. देश के विकास का जो लक्ष्य रखा गया है, वह कम है. भारत की क्षमता इससे भी अधिक है. बजट पूरी तरह से सकारात्मक है.
-भारत एक्सप्रेस