भगोड़ा मेहुल चोकसी (फोटो ani)
Mehul Choksi: भगोड़े मेहुल चोकसी को इंटरपोल ने बड़ी राहत दी है. इंटरपोल (Interpol) ने हीरा कारोबारी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) को हटा लिया है. इस लिस्ट से नाम हटते ही भगोड़ा चोकसी इंटरपोल की वांटेंड लिस्ट (wanted list) से बाहर आ गया है. मेहुल चोकसी भारत में 2 अरब अमेरिकी डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से धोखाधड़ी कर फरार हो गया था. लेकिन अब वह इंटरपोल की वांटेंड लिस्ट से बाहर हो गया है.
भगोड़े मेहुल चोकसी का रेड कॉर्नर नोटिस से बाहर होना ईडी और सीबीआई के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. यह फैसला चोकसी द्वारा एंटीगुआ हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करने के बाद आया है. इसमें भारत सरकार को प्रतिवादी बनाया गया है.
इंटरपोल ने क्या कहा ?
जानकारी के मुताबिक, इंटरपोल ने RCN लिस्ट से चौकसी का नाम हटाते हुए उसके कथित अपहरण के बारे में बताया है. इंटरपोल का कहना है कि ऐसा हो सकता है कि मेहुल चौकसी का अपहरण का आखिरी उद्देश्य उसे भारत भेजना था, क्योंकि चौकसी को भारत में निष्पक्ष सुनवाई नहीं मिल सकती है.
भगौड़े चौकसी ने कोर्ट से क्या कहा ?
भगौडे मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल (Vijaj Agarwal) ने कहा कि “मेहुल चौकसी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) को इंटरपोल ने वापस ले लिया है. उन्होंने आगे कहा कि कानूनी टीम के प्रयासों और मेरे मुवक्किल (मेहुल चोकसी) के अपहरण के वास्तविक दावे के कारण और अपहरण के इस प्रयास को अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा अनुमोदित नहीं होने के कारण, मेरे मुवक्किल के खिलाफ इंटरपोल द्वारा जारी आरसीएन (RCN) हटा दिया गया है.”
Due to the efforts of the legal team & genuine claim of kidnapping of my client (Mehul Choksi) & as this abduction attempt is not approved by the international community, the RCN issued by INTERPOL against my client has been removed: Advocate Vijay Aggarwal, lawyer for Mehul…
— ANI (@ANI) March 21, 2023
भगोड़े मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ की एक कोर्ट में याचिका दायर की थी. जिसमें भारत सरकार और दो भारतीय एजेंटों पर जून 2021 में उसे एंटीगुआ से अगवा करने और जबरन डोमिनिकन रिपब्लिक ले जाने का आरोप लगाया था.
RCN के हटने का क्या है मतलब ?
मेहुल चौकसी का RCN से नाम हटने से बड़ी राहत मिली है. इसका मतलब यह है कि वह अब दुनियाभर में यात्रा करने के लिए स्वतंत्र है. बता दें कि इंटरपोल ने दिसंबर 2018 में मेहुल चौकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. मेहुल ने अपने भतीजे नीरव मोदी (Nirav Modi) के साथ कथित तौर पर 2 अरब अमेरिकी डॉलर की भारत की सबसे बड़ी बैंकिंग धोखाधड़ी की साजिश रची थी और वे दोनों फरार हैं.
– भारत एक्सप्रेस