दिल्ली का मौसम
इससे दिल्ली-एनसीआर में गैर बीएस-6 हल्के वाहनों और ट्रकों को प्रवेश की अनुमति मिल जाएगी. जरूरी निर्माण कार्य भी कराए जा सकेंगे. हालांकि, स्थिति में सुधार के बावजूद दिल्ली 339 औसत एक्यूआई के साथ देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा. एनसीआर के नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम की हवा भी बेहद खराब बनी हुई है.
सबसे प्रदूषित शहर हरियाणा का धारूहेड़ा रहा, जहां एक्यूआई 345 दर्ज किया गया. गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा की हवा बहुत खराब की श्रेणी में पहुंच गई. वायु मानक एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन दिल्ली-एनसीआर की हवा बेहद खराब श्रेणी में रह सकती है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, रविवार को हवाओं की दिशा बदलने और दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगी पाबंदियों की वजह से स्थानीय प्रदूषण कम रहा. विशेषज्ञों का कहना है कि पाबंदियां लंबे समय तक लागू रहने से एनसीआर के शहरों की हवा बद से बदतर होने से बच पाएगी.
सबसे अधिक पराली जली पंजाब में
उत्तर-पश्चिम भारत में पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की जा रही हैैं. बीते 24 घंटे में पंजाब में सबसे अधिक 599 जगहों पर पराली जलाई गई हैं. हरियाणा में 46, उत्तर प्रदेश में 46, उत्तर प्रदेश में 28, मध्यप्रदेश में 392 और राजस्थान में 27 जगहों पर पराली जलाई गई हैं. अच्छी बात यह है कि दिल्ली में लगातार दूसरे दिन पराली जलाने का मामला शून्य हैं.
सर्दी शुरू होने के साथ ही एनसीआर की हवा जहरीली होने शुरू हो जाती है। दिवाली के बाद से नोएडा और ग्रेटर नोएडा का वायु प्रदूषण भी गंभीर श्रेणी में चल रहा है. 26 अक्टूबर को ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई ऑरेंज जोन में 243 रहा था.
इसके बाद से एक्यूआई रेड जोन में बना हुआ है. दो बार डार्क रेड जोन में भी पहुंच गया था. दस दिन बाद ग्रेनो का एक्यूआई रेड जोन से बाहर ऑरेंज जोन में आया है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों का कहना है कि अगर हवा चलती रही तो प्रदूषण में सुधार होगा.