मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फोटो X)
Ram Navami Hinsa: पश्चिम बंगाल में रामनवमी के दिन हुई हिंसा के बाद अब राजनीतिक जंग शुरू हो गई है. एक तरफ प्रदेश में विपक्ष ने सरकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोल रखा है तो वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी उपद्रवियों पर हिंसा को लेकर एक्शन में नजर आ रही हैं. राज्य सरकार ने शुक्रवार को क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) को घटना की जांच सौंप दी है. इस टीम का नेतृत्व पुलिस महानिरीक्षक, CID सुनील चौधरी कर रहे हैं. ये टीम हर एंगल से हादसे की जांच करेगी.
वहीं बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को हावड़ा जिले में गुरुवार को रामनवमी के जुलूस को लेकर हुई झड़पों को लेकर पत्र लिखा है और इस मामले में एनआईए (NIA) जैसी केंद्रीय एजेंसियों को शामिल करते हुए निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया है. पत्र में कहा गया- हमारा दृढ़ विश्वास है कि पूरी घटना पूर्व नियोजित थी और 29 मार्च को सीएम के अलावा किसी और की ओर से पहला बयान नहीं आया कि अगर कोई अप्रिय घटना हुई तो रामनवमी के जुलूस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
गृह मंत्री अमित शाह से हुई फोन पर बात
मजूमदार ने कहा, मैंने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हावड़ा में रामनवमी पर हुई हिंसा की एनआईए जांच की मांग की है. अमित शाह ने मुझसे फोन पर बात की है और आश्वासन दिया है कि वह पूरी घटना को देखेंगे. इससे पहले शुक्रवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने और हिंसा प्रभावित इलाकों में केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की मांग की थी.
सीवी आनंद बोस ने कही कड़ी कार्रवाई की बात
प्रदेश के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, दोषियों के खिलाफ प्रभावी और ठोस कार्रवाई की जायेगी. सार्वजनिक संपत्तियों में आग लगाना, वह भी पवित्र रामनवमी के दिन, एक बहुत ही भड़काऊ कृत्य है और इसे गंभीरता से लिया जाएगा. बोस ने कहा कि राजभवन आम आदमी के जीवन, संपत्ति और सम्मान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी आंख और कान खुले रखेगा.