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Chhavi Ranjan: IAS छवि रंजन को सेना की जमीन खरीद-बिक्री मामले में ED ने किया गिरफ्तार, 10 घंटे की पूछताछ के बाद हुई गिरफ्तारी

Jharkhand Land Scam: राज्य के समाज कल्याण विभाग में निदेशक IAS रंजन दोपहर करीब पौने 11 बजे जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचे थे और 10 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

IAS छवि रंजन गिरफ्तार (फोटो ट्विटर)

Chhavi Ranjan Arrest: झारखंड के आईएएस अधिकारी छवि रंजन (Chhavi Ranjan) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित अवैध भूमि सौदों में उनकी मिलीभगत को लेकर गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले ईडी की टीम ने छवि रंजन से दिनभर पूछताछ की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. वहीं उनसे  ईडी ने 13 अप्रैल और 24 अप्रैल को रंजन से दो बार पूछताछ की थी. वह इस समय समाज कल्याण निदेशक के रूप में कार्यरत हैं.

सूत्रों के मुताबिक, आईएएस रंजन पर उपायुक्त के पद पर तैनात होने के दौरान रांची में भारतीय सेना के स्वामित्व वाली भूमि की अवैध खरीद और बिक्री का आरोप है. रंजन एक साल में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले झारखंड कैडर के दूसरे आईएएस अधिकारी हैं. पिछले साल 11 मई को 2000 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को मनरेगा खूंटी घोटाले में गिरफ्तार किया गया था.

10 घंटे की पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार

राज्य के समाज कल्याण विभाग में निदेशक रंजन दोपहर करीब पौने 11 बजे जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचे थे और 10 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. रंजन के वकील अभिषेक कृष्ण गुप्ता ने उनसे मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से कहा “मुझे उनकी गिरफ्तारी की कोई जानकारी नहीं है”. अधिकारियों के मुताबिक, रंजन की पत्नी भी यहां ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचीं, जबकि सदर अस्पताल से मेडिकल टीम उनकी जांच के लिए पहुंची है.

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रंजन को अदालत में किया जाएगा पेश

सूत्रों ने कहा कि उन्हें कल (शनिवार) को अदालत में पेश किया जाएगा और ईडी उनकी रिमांड मांगेगा. मामले के जांच अधिकारी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत आईएएस अधिकारी का बयान दर्ज किया गया है.

ईडी ने 24 अप्रैल को भी कथित अवैध भूमि सौदों में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में रंजन से लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी. एजेंसी ने रंजन से 13 अप्रैल को भी संक्षिप्त पूछताछ की थी, जब इस मामले में उनके और झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में कुछ अन्य के परिसरों में तलाशी ली गई थी. केंद्रीय एजेंसी रक्षा भूमि से संबंधित एक सहित एक दर्जन से अधिक भूमि सौदों पर विचार कर रही है, जिसमें भू-माफिया, बिचौलियों और नौकरशाहों सहित एक समूह ने 1932 की शुरुआत से कथित रूप से जाली कार्यों और दस्तावेजों में “सांठगांठ” की.

– भारत एक्सप्रेस



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