कुट्टू के आटा खाने से कई लोग बीमार (फोटो ट्विटर)
Ghaziabad: गाजियाबाद के मोदीनगर में कुट्टू के आटे का पकवान खाने से करीब 100 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 100 में से 80 लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती है. वहीं 20 से ज्यादा लोग अपने घरों में ही मौजूद हैं. जानकारी के मुताबिक, कुट्टू के आटे का पकवान खाने के बाद लोगों को चक्कर आना और उल्टियां होना शुरू हो गया.
नवरात्र के समय में कुट्टू के आटे का पकवान घरों में ज्यादा बनाया जाता है, कई बार कुट्टू के आटे में मिलावट की खबरें सामने आती हैं. लेकिन मिलावटी माफिया हर बार लोगों की सेहत के साथ
लोगों ने अलग-अलग दुकानों से खरीदा था आटा
खबरों के मुताबिक, इलाके के लोगों ने अलग-अलग दुकानों से आटा खरीदा था. जिसके बाद भी क्षेत्र के कई लोगों को एक जैसी समस्या हुई. माना जा रहा है कि ये दूषित आटा किसी एक ही फैक्ट्री (Factory) में तैयार हुआ और इसकी सप्लाई अलग-अलग दुकानों में की गई. वहीं एक दुकानदार का कहना है कि वह गाजियाबाद में किराना मंडी से कुट्टू का आटा खरीद कर लाया था. फिलहाल अस्पतालों में सभी का इलाज जारी है. इसके अलावा खाद्य विभाग इन दुकानों से कुट्टू के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज रहा है.
जब इलाके के लोगों को पता चला कि कुट्टू का आटा खाने से कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई तो इसकी शिकायत की गई. वहीं अधिकारियों का कहना है कि “मामले की जांच और पूछताछ के बाद ही सही स्थिति सामने आएगी. स्थानीय पुलिस की बात करें तो एसपी देहात इरज राजा का कहना है कि जांच पड़ताल की जा रही है.” इसके अलावा सौंदा गांव में भी कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ी. ज्यादातर लोग मरीज मोदीनगर (Modi Nagar) के जीवन अस्पताल (Jivan Hospital) में भर्ती हैं.
सैंपल की जांच के बाद चलेगा पता
वहीं इस मामले में प्रशासन का कहना है कि सैंपल की जांच के बाद पता चल पाएगा कि कहीं आटा पुराना या मिलावटी तो नहीं था. पुलिस और फूड विभाग के अफसरों ने दुकानदार से भी पूछताछ की गई है. स्थानीय दुकानदार जिस दुकान से इस आटे को लाया था उसने उसका पता बता दिया है.
बता दें कि गाजियाबाद के अलावा भी देश के कई शहरों में कुट्टू के खराब आटे की वजह से लोगों की तबीयत खराब होने के मामले सामने आए हैं. हर साल नवरात्रि के दौरान देशभर में ऐसे मामले सामने आते रहते हैं. मिलावट माफिया के खिलाफ प्रशासन सख्ती बरतने की बात करता है लेकिन उसका कोई खास असर देखने को नहीं मिलता है.
– भारत एक्सप्रेस