जा सकती है सीएम एकनाथ शिंदे की कुर्सी (फोटो ट्विटर)
Maharashtra politics: महाराष्ट्र की राजनीति में इस समय घमासान मचा हुआ है. एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद से महाराष्ट्र में लगातार नए-नए सियासी घटनाक्रम पैदा हो रहे हैं. वहीं अब उद्धव गुट से बागी हुए सीएम एकनाथ शिंदे की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) उनके खिलाफ दायर याचिक पर जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है. दूसरी तरफ एकनाथ की कुर्सी जाने के बीच ही प्रदेश में अलग-अलग नेताओं के नाम भी सामने आने लगे हैं, जो सीएम की कुर्सी के लिए दावेदार हो सकते हैं.
अगर सीएम शिंदे की कुर्सी जाती है तो अजीत पवार (Ajit Pawar), देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis), सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल और राधाकृष्ण विखे पाटिल में से कोई एक इस कुर्सी पर बैठ सकता है. महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष पर सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ अपना फैसला किसी भी समय सुना सकती है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बढ़ सकती है शिंदे की मुश्किलें
महाराष्ट्र (Maharashtra) में सीएम की कुर्सी का फैसला अब सुप्रीम कोर्ट के हाथ में है. अगर कोर्ट का फैसला सीएम शिंदे के पक्ष में नहीं आया तो उनकी कुर्सी जाना तय माना जा रहा है. हालांकि कोर्ट के फैसले से पहले ही राज्य में कई नेताओं और उनके समर्थकों की नजर सीएम की कुर्सी पर टिक गई है. प्रदेश में पांच नेताओं के नामों पर जोरों से चर्चा भी हो रही है और इनमें से कुछ के तो पोस्टर भी लगाए गए हैं. अभी प्रदेश में देवेंद्र फडणवीस का भावी सीएम को लेकर पोस्टर लग चुका है. वहीं एनसीपी नेता अजीत पवार को भावी सीएम बताकर पोस्टर लगाया गया है. इन पोस्टरों के पार्टी के नेतृत्व की ओर से कहा गया है कि यह कार्यकर्ताओं की भावना और उत्साह है और कुछ नहीं.
क्यों हो रही है सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई ?
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे ने 40 विधायकों को साथ लेकर उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना के साथ बगावत कर दी थी और बीजेपी के साथ सरकार बनायी थी. जिसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. फिलहाल कोर्ट ने दोनों पक्षों का मत सुनकर फैसला सुरक्षित रख लिया गया है. खबरों के मुताबिक, इस हफ्ते कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है. एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों को विधानसभा के उपाध्यक्ष ने दिए निलंबन के नोटिस को एकनाथ शिंदे ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
शिंदे के पास क्या हो सकता है रास्ता ?
ऐसे में शिंदे की कुर्सी जाने की चर्चा भलें ही राजनीतिक गलियारों में हो रही हो लेकिन कोर्ट के फैसले के बाद भी शिंदे को विधान परिषद का सदस्य बनाकर सीएम बनाया जा सकता है.
– भारत एक्सप्रेस