महाकाल के दरबार में एनएसए अजीत डोभाल
NSA Ajit Doval: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) शनिवार को उज्जैन पहुंचे थे, जहां उन्होंने महाकाल के दरबार में पहुंचकर आशीर्वाद लिया. उन्होंने सांध्य आरती के बाद बाबा महाकाल के दर्शन किए. डोभाल ने चांदी द्वार से महाकाल के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद प्राप्तकिया.
उज्जैन प्रशासन ने सुरक्षा के खास इंतजाम किए
इसके बाद एनएसए अजीत डोभाल ने नंदी जी के कानों में अपनी मनोकामना भी कही. अजीत डोभाल निजी यात्रा पर उज्जैन पहुंचे थे. एनएसए के उज्जैन दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे. सूत्रों के मुताबिक, अजीत डोभाल आज महाकाल लोक और उज्जैन के प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करने जाएंगे. डोभाल उन चुनिंदा लोगों में हैं जिन्हें Z प्लस सुरक्षा मिली हुई है. इसके चलते उज्जैन पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के खास इंतजाम किए हैं.
रविवार की सुबह भस्म आरती में भी शामिल होंगे
एनएसए अजीत डोभाल रविवार सुबह महाकालेश्वर मंदिर में होने भस्म आरती में भी शामिल होंगे. महाकालेश्वर मंदिर में देश और दुनिया से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. यहां साधारण से साधारण और वीवीआईपी तक महाकाल के दरबार में मत्था टेकने पहुंचते हैं. महाकाल के मंदिर में दर्शन करने के बाद एनएसए अजीत डोभाल बाहर आए और उन्होंने मीडियाकर्मियों का अभिवादन किया.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल उज्जैन पहुँचे। बाबा महाँकाल के किये दर्शन। सुबह भस्म आरती में भी होंगे शामिल।#mahakal #MadhyaPradesh pic.twitter.com/59ZInzXTNY
— DEEPAK YADAV (@deepak_j_yadav) April 1, 2023
अजीत डोभाल ने इसके पहले बुधवार को एनएसए की 18वीं एससीओ बैठक को संबोधित किया था. इस दौरान एनएसए अजीत डोभाल ने पाकिस्तान और चीन पर हमला करते हुए कहा कि किसी भी रूप में आतंकवाद अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है और एससीओ सदस्यों को एकतरफा सैन्य श्रेष्ठता की मांग नहीं करनी चाहिए.
उन्होंने पाकिस्तान और चीन दोनों देशों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में यह बात कही, जो इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए. इस बैठक की अध्यक्षता भारत कर रहा था. चीन के परोक्ष संदर्भ में, अजीत डोभाल ने एससीओ चार्टर का आह्वान किया जो सदस्य देशों को आगे का रास्ता दिखा सकता था. उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में विकास के कारण वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इन चुनौतियों के प्रभाव से एससीओ क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है.
-भारत एक्सप्रेस