ओम प्रकाश राजभर
Deoria Murder Case: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में हुए एक परिवार के सामूहिक हत्याकांड पर राजनीतिक रोटियां सेकी जा रही हैं. कुछ विपक्षी दलों के नेता सरकार पर पक्षपात के आरोप लगा रहे हैं. इस प्रकरण को ब्राह्मण बनाम यादवों की लड़ाई बताया जा रहा है. ऐसे में योगी सरकार व एनडीए गठबंधन में शामिल सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने ऐतराज जताया है. राजभर ने कहा है कि ‘विपक्षी दल अफवाह न फैलाएं. पुलिस-प्रशासन बिल्कुल न्यायसंगत फैसले ले रहा है.’
6 लोगों को हमला करके जान से मार दिया गया
बीते दिनों देवरिया में 6 लोगों की हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस और जिला प्रशासन ने मृतक सत्य प्रकाश दुबे की बेटी और बेटे की शिकायत पर दूसरे पक्ष प्रेमचंद यादव के लोगों पर कार्रवाई शुरू की तो सपा के नेता हाय-तौबा मचाने लगे. विपक्ष ने इसे ब्राह्मण बनाम यादव की लड़ाई बताकर योगी सरकार पर सिर्फ एक ही पक्ष यानी सत्य प्रकाश दुबे के साथ खड़े होने का आरोप लगाया. जिस पर सुभासपा प्रमुख राजभर का बयान आया है, राजभर ने बिना किसी का नाम लिए विपक्षी दलों को अफवाह न फैलाने की बात कही.
राजभर बोले- सरकार दोनों पक्षों को न्याय दिलाएगी
राजभर ने आज कहा, “ऐसी घटनाओं में हम उन साथियों को कहना चाहते हैं कि अफवाह न फैलाएं. सरकार दोनों पक्षों को न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध है.” इसी के साथ ये भी कहा कि, हम इस मामले में इस बात के पक्ष में नहीं है कि इसे यादव बनाम ब्राह्मण बनाया जा रहा है.” इसी के साथ राजभर ने ये भी कहा कि, इस केस में पाल, राजभर, ब्राह्मण और यादव भी शामिल हैं तो फिर कैसे ये एक जाति का मामला हो गया. इसी के साथ सुभासपा प्रमुख ने दोनों पक्षों को पीड़ित बताते हुए कहा कि, अगर राजनीति करने वाले लोग देवरिया कांड को ब्राह्मण बनाम यादव बनाने की कोशिश कर रहे हैं तो हम इससे बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं. दोनों पक्ष ही पीड़ित हैं. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि, हम चाहते हैं कि दोनों पक्षों की आर्थिक मदद होनी चाहिए. बता दें कि हाल ही में विधायकों, सांसदों और तमाम समाजसेवियों ने सत्य प्रकाश दुबे के बेटे देवेश की आर्थिक मदद की है. इसी के बाद से इस मामले में राजनीति जमकर जारी है.
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जानें क्या है देवरिया हत्याकांड ?
बता दें कि दो अक्टूबर की सुबह देवरिया के लेहड़ा टोला गांव में जमीन विवाद को लेकर पहले पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की गला रेतकर हत्या कर दी गई. इसी के बाद इस हत्या का आरोप लगाते हुए प्रेमचंद यादव के समर्थकों ने सत्यप्रकाश दुबे के घर पर हमला बोल दिया और उस वक्त जो भी घर पर था सभी की लाठी-डंडों से पीटकर व गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना में सत्यप्रकाश दुबे सहित उनकी पत्नी और उनके तीन बच्चों की भी हत्यारों ने हत्या कर दी थी. इस घटना में उनके एक बेटे अनमोल को हत्यारों ने मरा समझकर छोड़ दिया था, जबकि वह घायल था. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया तो वहीं सत्यप्रकाश दुबे का बड़ा बेटा देवेश किसी के घर पूजा कराने के लिए गया था, इसलिए वह भी बच गया तो वहीं एक बहन की शादी होने के कारण वह अपनी ससुराल में थी.
इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं दुबे परिवार के बेटे देवेश ने प्रेमचंद यादव के परिवार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा करके संपत्ति बनाई है. इस पर बुलडोजर चलाने की मांग की है. वहीं कल ही पैमाइश के लिए गई राजस्व विभाग की टीम के खिलाफ लोगों ने नारेबाजी की थी और गांव में जमकर हंगामा हुआ था, जिसके बाद से गांव में तनाव है. वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले में उन अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराया है, जिन्होंने परिवार की शिकायत पर कार्रवाई नहीं की. अखिलेश यादव ने सम्बंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले में छानबीन कर रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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