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Parliament: “सरकार को इसकी जानकारी थी फिर भी…”, संसद में सुरक्षा की चूक के बाद सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने उठाए सवाल

Parliament Security Breach: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सर्वदलीय बैठक में कहा है कि इस पूरे विषय की जांच जारी है. साथ ही इस तरह की घटना फिर से न हो इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.

संसद में हुई सुरक्षा में चूक

Parliament Security Breach: लोकसभा की कार्यवाही के दौरान हुई संसद की सुरक्षा में चूक से कई सवाल उठ रहे हैं. कांग्रेस ने भी इसको लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. इस घटना के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में विपक्ष की तरफ से कई सवाल उठाए गए. इसमें सुरक्षा प्रोटोकॉल से जुड़ी कई कमियों को बताया गया. एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक लोकसभा के कक्ष में कूदने वाले दोनोंं आरोपी मनोरंजन डी और सागर शर्मा के पास 45 मिनट की अवधि वाले पास थे, लेकिन वह करीब दो घंटों तक दर्शक दीर्घा में रुके रहे. उन्होंने यह उल्लंघन कैसे किया और उन्हें रोका क्यों नहीं गया.

वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सर्वदलीय बैठक में कहा है कि इस पूरे विषय की जांच जारी है. साथ ही इस तरह की घटना फिर से न हो इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.

यह भी किए गए दावे

वहीं सूत्रों के मुताबिक, विशेष निदेशक सुरक्षा सहायक ग्रेड-प्रथम में अधिकारियों मौजूदा संख्या 24 है, जबकि 69 पदों पर मंजूरी मिल चुकी है. इसमें यह भी दावा किया गया कि 10 सालों से ज्यादा समय से कोई भी भर्ती नहीं की गई है. इसके अलावा सुरक्षा सहायक ग्रेड- द्वितीय तक के सुरक्षा अधिकारियों में स्वीकृत पदों की संख्या 301 है, जबकि 176 कार्यरत हैं और 125 रिक्त पद हैं. वहीं इसमें सुरक्षा सहायक ग्रेड- द्वितीय में स्वीकृत 72 पदों के मुकाबले, मौजूदा संख्या नौ है.

कांग्रेस ने उठाए ये सवाल

संसद में सुरक्षा उल्लंघन पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “इस बैठक के दौरान सुरक्षा मुद्दों को उठाया गया. हमने स्पीकर के सामने कई अन्य मुद्दे भी उठाए. आज हुई सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर भी चर्चा हुई. पिछले कई दिनों से ये चर्चा चल रही है कि कुछ आतंकी संगठन 13 दिसंबर को संसद पर हमला कर सकते हैं, सरकार को इसकी जानकारी थी. फिर भी इस तरह की चूक क्यों हुई? हमने स्पीकर से अनुरोध किया कि इस घटना की विस्तृत जांच होनी चाहिए.

वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, “उन सांसदों को बुलाएं जिन्होंने उन्हें पकड़ा और जो प्रत्यक्षदर्शी हैं. सरकार इस चूक और अपनी इस घोर लापरवाही को छुपाने की कोशिश कर रही है. उन्हें भाजपा सांसद से सवाल करना चाहिए कि वे किसके पास पर आए थे. वे प्रथम कड़ी हैं और सरकार उसी पर काम नहीं कर रही है.”

– भारत एक्सप्रेस

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