पीएम नरेंद्र मोदी
Sanatan Dharma: तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान पर सियासी घमासान छिड़ा हुआ है. सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से करने वाले उदयनिधि के बयान पर चौतरफा बयानबाजी हो रही है. इस मुद्दे को बीजेपी जोरशोर से उठा रही है और पार्टी के तमाम नेता ‘सनातन’ के खिलाफ बोलने वालों को घेर रहे हैं. वहीं अब इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के खिलाफ नया दांव चला है. पीएम मोदी ने सनातन के खिलाफ बोलने वालों को आड़े हाथों देते हुए कहा कि ‘INDI’ गठबंधन के लोग उस ‘सनातन धर्म’ को मिटाना चाहते हैं जिसने स्वामी विवेकानन्द और लोकमान्य तिलक को प्रेरणा दी. पीएम मोदी विपक्ष के नए गठबंधन को ‘घमंडिया’ अलायंस कहते रहे हैं और अब उन्होंने इस गठबंधन को ‘INDI’ गठबंधन कहकर नया हमला किया है.
पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के बीना से सनातन धर्म के खिलाफ बयान देने वालों पर निशाना साधा और कहा, “यह ‘INDI’ गठबंधन सनातन धर्म को नष्ट करना चाहते हैं. आज उन्होंने सनातन को निशाना बनाना शुरू कर दिया है, कल वे हम पर हमले बढ़ा देंगे. देश भर के सभी ‘सनातनियों’ और हमारे देश से प्यार करने वाले लोगों को सतर्क रहना होगा. हमें ऐसे लोगों को रोकना होगा.”
‘इंडिया गठबंधन की रणनीति भारत की संस्कृति पर हमला करने की’
पीएम मोदी ने कहा, “ऐसे दल भी हैं जो देश को, समाज को विभाजित करने में जुटे हैं. इन्होंने मिलकर एक ‘INDI’ गठबंधन (गठबंधन) बनाया है. इसको कुछ लोग घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं. इनका नेता तय नहीं है, नेतृत्व पर भ्रम है लेकिन मुंबई में बैठक में इन्होंने अपनी नीति और रणनीति बना ली है. इनकी नीति-रणनीति भारत की संस्कृति पर हमला करने की है. ‘INDI’ गठबंधन की रणनीति भारत की आस्था पर हमला करने की नीति है. इस गठबंधन की नीयत है कि भारत को जिस विचारों, संस्कारों, परंपराओं ने हजारों वर्ष से जोड़ा है उसे तबाह कर दो.”
पीएम मोदी का बयान उस कड़ी में आया है जिसमें सनातन धर्म के खिलाफ डीएमके नेता उदयनिधि ने विवादित बयान दिया था. उदयनिधि स्टालिन ने सनातन उन्मूलन सम्मेलन के दौरान कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. डीएमके नेता ने कहा था कि हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें इसे खत्म करना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है. इस बयान के बाद बीजेपी बेहद आक्रामक रवैया अपनाए हुए है. बीजेपी के प्रमुख नेता उदयनिधि के बयान का हर मंच से विरोध कर रहे हैं और इसी बयान पर एक दिन पहले ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी ‘सनातन’ के खिलाफ बोलने वालों पर जमकर बरसे थे.
सीएम योगी ने भरी हुंकार
सनातन विवाद पर पीएम मोदी के बयान के एक दिन पहले ही इंदौर पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी थी. सनातन धर्म के खिलाफ बोलने पर सीएम योगी जमकर बरसे और कहा कि जो हाल रावण, कंस और हिरण्यकश्यप का हुआ था वही हाल इन लोगों को होगा.
मध्य प्रदेश की धरती से यूपी के सीएम योगी ने बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि भक्त प्रह्लाद के पिता हिरण्यकश्यप ने भी कहा था कि ईश्वर नहीं हैं. सभी जानते हैं कि उनका क्या हश्र हुआ. रावण और कंस ने भी यही गलती की थी और जो इन राक्षसों के साथ हुआ वही सनातन को कोसने वालों के साथ भी होगा. सीएम योगी ने कहा कि कई आक्रांता आए और गए लेकिन सनातन धर्म हमेशा चमकता रहा. सनातन धर्म को भारत का राष्ट्रीय धर्म बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह जल्द ही यह बात सब जान लेंगे.
‘सनातन’ पर बीजेपी खुलकर मैदान में उतरी
पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ जिस तरह से ‘सनातन धर्म’ के खिलाफ डीएमके व अन्य नेताओं की बयानबाजी पर पलटवार कर रहे हैं, उससे साफ है कि बीजेपी इस मुद्दे को कमजोर नहीं पड़ने देना चाहती है. पीएम मोदी बीजेपी नेताओं और मंत्रियों को पहले भी कह चुके हैं कि ‘सनातन’ के मुद्दे पर मजबूती से जवाब देना है. दूसरी तरफ, ये मुद्दा ‘इंडिया गठबंधन’ के गले की फांस बनता जा रहा है. एनडीए के अलावा जिस तरह से आम आदमी पार्टी और शिवसेना (उद्धव गुट) ने उदयनिधि के बयान की आलोचना की है, उससे न केवल डीएमके बल्कि ‘इंडिया गठबंधन’ के लिए भी ये मुद्दा मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
-भारत एक्सप्रेस