रामचरितमानस के विरोध पर VHP ने सपा को घेरा
Ramcharitmanas Controversy: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस वाले बयान पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. उनके बायन के बाद अब समाजवादी पार्टी भी विरोधी पार्टियां और साधु-संत समाज के निशाने पर आ गई है. वहीं अब विश्व हिंदू परिषद ने इसको लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य और समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला है. विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने आरोप लगाया कि,”रामचरितमानस के खिलाफ हाल के दिनों में किया गया विरोध हिन्दू समाज को तोड़ने का समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के षड्यंत्र का हिस्सा है और यह कभी सफल नहीं होगा. उन्होंने आगे कहा कि प्रभु राम भारत की राष्ट्रीय एकता एवं सद्भाव के प्रतीक हैं और सदैव बने रहेंगे”.
विहिप के कार्याध्यक्ष ने कहा कि, “हाल ही में हमने देखा है कि रामचरितमानस पर प्रतिबंध की मांग की गई और इसका विरोध करते हुए किताब के पन्ने जलाए गए. स्वामी की तरफ से गया कि यह दलितों, महिलाओं और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) विरोधी है.” उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है कि यह विरोध सब जगह अचानक एक साथ कैसे शुरू हुआ.
‘हमे लगा यह स्वामी प्रसाद का निजी विचार है’
आलोक कुमार ने कहा कि हमको लग रहा था कि,”उनका निजी विचार होगा लेकिन सपा ने दो दिन बाद ही उनका पार्टी में प्रमोशन कर उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया. उन्होंने आगे कहा कि इस तरह बिहार में भी मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने जो कहा, उसे लेकर उनकी पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.” ऐसे में यह निश्चित ही सपा और लालू प्रसाद यादव की पार्टी की राजनीति का अगला कदम है, जिनका मकसद “अनुसूचित समाज के लोगों को हिंदू समाज से तोड़ना और अगले चुनाव की बिसात बिछाना है.” इस तरह का गठबंधन एक षड्यंत्र का हिस्सा है और यह कभी सफल नहीं होगा.”
संत समाज और स्वामी प्रसाज में वार-पलटवार जारी
बता दें कि इससे पहले महंत राजू दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर कलम करने वाले को 21 लाख का इनाम देने का ऐलान किया था. जिसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने पलटवार करते हुए कहा कि,“हर असंभव कार्य को संभव करने का नौटंकी करने वाले एक धाम के बाबा की धूम मची है. आप कैसे बाबा है जो सबसे सशक्त पीठ के महंत होने के बावजूद सिर तन से जुदा करने का सुपारी दे रहे हैं, श्राप देकर भी तो भस्म कर सकते थे. 21 लाख ₹ भी बचता, असली चेहरा भी बेनकाब न होता.”
– भारत एक्सप्रेस
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