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Spotify करने जा रहा है बड़ी छंटनी! करीब 1500 कर्मचारियों पर पड़ेगा फर्क, इस वजह से लिया गया ये फैसला

Spotify Job Cuts: स्पॉटिफाई की स्थापना साल 2006 में डेनियल ऐक ने की थी. यह एक स्वीडिश ऑडियो स्ट्रीमिंग और मीडिया सर्विस प्रोवाइडर कंपनी है. इस पर सभी तरह के ऑडियो पोडकास्ट भी पब्लिश किए जाते हैं.

Spotify करने जा रहा है बड़ी छंटनी

Spotify: ऑनलाइल म्यूजिक प्लेटफॉर्म कंपनी Spotify इस समय मुश्किल दौर से गुजर रही है. इसलिए एक बार फिर उनसे छंटनी करने का फैसला लिया है. कंपनी ने 17 फीसदी कर्मचारी को निकालने का ऐलान किया है. इसके मुताबिक, करीब 1500 कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा. कंपनी इससे पहले भी जनवरी के महीने में अपने कर्मचारियों की छंटनी की थी. तब कंपनी ने 6 फीसदी कर्मचारियों को निकाल दिया था. इसके बाद जून के महीने में 2 फीसदी लोगों को निकाल दिया था. बता दें कि स्पोटीफाई कंपनी ने अपने स्टाफ की छंटनी के पीछे की वजह को भी बताया है.

स्पॉटिफाई की स्थापना साल 2006 में डेनियल ऐक ने की थी. यह एक स्वीडिश ऑडियो स्ट्रीमिंग और मीडिया सर्विस प्रोवाइडर कंपनी है. इस पर सभी तरह के ऑडियो पोस्टकास्ट पब्लिश किए जाते हैं.

कर्मचारियों को निकालने की बताई वजह

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेनियक ऐक ने कर्मचारियों की छंटनी करने की पीछे की वजह को भी बताया है. उन्होंने कर्मचारियों को भेजे लेटर में कहा कि कंपनी फिलहाल मुश्किल दौर से गुजर रही है. उसे चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसलिए सही वर्कफोर्स बनाए रखना जरुरी है. उन्होंने इसके लिए धीमी आर्थिक वृद्धि दर को जिम्मेदार ठहराया है. डेनियल ने कंपनी के खर्चे को कम करने के लिए कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला महत्वपूर्ण बताया है. उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि करीब 17 फीसदी कर्मचारियों को निकाला जा रहा है. इसके असर करीब 1500 कर्मचारियों पर पड़ेगा.

कंपनी छंटनी वाले कर्मचारियों को सर्विलेंस पे के तहत पांच महीनों तक औसत पेमेंट देगी. इसकी कीमत कर्मचारियों के काम और नोटिस पीरियड के आधार पर किया जाएगा. इसके अलावा कंपनी ने कहा कि इन पांच महीनों में कर्मचारियों की हेल्थ सेवाओं पर खर्च भी उठाएगी.

कोरोना के समय उठाया था कर्ज

कंपनी ने बताया कि कोरोना के समय साल 2020 और 2021 में मार्केट से कर्ज लेकर मार्केटिंग पर खर्च किया था. लेकिन इसके बाद लोन महंगा हो गया और कंपन मुश्किल में पड़ गई. इसके बाद कंपनी ने खर्च कम करने के लिए छंटनी करने का फैसला लिया.

– भारत एक्सप्रेस

 

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