सांकेतिक तस्वीर
2000 rupee note: आरबीआई ने शुक्रवार को 2,000 के नोट को चलन से वापस लेने का फैसला लिया है. 30 सितंबर तक ये नोट अब बैंक में लोगों को फिर से वापस करने होंगे. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद से सोशल मीडिया पर लगातार खूब मीम भी शेयर किए जा रहे हैं. वहीं नोटबंदी को पूरी तरह से विफल बतानी वाली कांग्रेस ने 2000 के नोटों की नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार पर करारा हमला बोला है. न सिर्फ कांग्रेस ने बल्कि आम आदमी पार्टी के संजोयक अरविंद केजरीवाल ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है.
कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “8 नवंबर 2016 के नोटबंदी के फैसले के बाद इतनी धूमधाम से पेश किए गए 2,000 रुपये के नोट अब वापस लिए जा रहे हैं. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा- “हमारे स्वयं-भू विश्वगुरु, पहले करते हैं, फिर सोचते हैं. 8 नवंबर 2016 के विनाशकारी तुगलकी फरमान के बाद इतनी धूमधाम से पेश किए गए 2000 रुपये के नोट अब वापस लिए जा रहे हैं.”
‘2000 की नोटबंदी के पीछे की मंशा बतानी चाहिए’
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, 8 नवंबर 2016 का भूत एक बार फिर देश को परेशान करने के लिए वापस आ गया है. नोटबंदी का बहुत प्रचारित कदम इस देश के लिए एक बड़ी आपदा बना हुआ है. प्रधानमंत्री ने 2000 के नए नोटों के फायदों पर राष्ट्र को उपदेश दिया, आज जब छपाई बंद है तो उन सभी वादों का क्या हुआ ? कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि सरकार को इस तरह के कदम के पीछे अपनी मंशा बतानी चाहिए. सरकार अपने जन विरोधी और गरीब विरोधी एजेंडे को जारी रखे हुए हैं. उम्मीद है कि मीडिया इस तरह के कठोर कदम पर सरकार से सवाल करेगा और इसे दुनिया में ‘चिप की कमी’ के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराएगा.
केजरीवाल ने भी साधा निशाना
वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी 2000 के नोटों को वापस लेने पर बीजेपी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि “पहले बोले 2000 का नोट लाने से भ्रष्टाचार बंद होगा. अब बोल रहे हैं 2000 का नोट बंद करने से भ्रष्टाचार ख़त्म होगा इसीलिए हम कहते हैं, पीएम पढ़ा लिखा होना चाहिए. एक अनपढ़ पीएम को कोई कुछ भी बोला जाता है. उसे समझ आता नहीं है. भुगतना जनता को पड़ता है.
– भारत एक्सप्रेस
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