अनाथ आश्रम में बुजुर्गों की हुई शादी (फोटो ट्विटर)
Maharashtra: कहते हैं जीवन में किसी का साथ होना बेहद जरूरी होता है और अपना जीवन साथी चुनने की कोई उम्र नहीं होती. ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र से सामने आया है. जहां पर एक अनाथ आश्रम में 75 और 70 साल के बुजुर्गों की शादी हुई है. शादी होने के बाद दोनों बुजुर्गों को बुढ़ापे में एक दूसरे का सहारा मिल गया है. अब दोनों बुजुर्ग काफी खुश नजर आ रहे हैं. वहीं इस अनोखी शादी की चर्चा खूब जोरों से हो रही है.
जानकारी के मुताबिक, दोनों अनाथ आश्रम मे रहते थे, एक दूसरे को दोनों पहले से जानते थे और साथ में रहना चाहते थे. इसलिए दोनों ने एक दूसरे से शादी की है.
क्या है पूरा मामला ?
पूरा मामला महाराष्ट्र के कोल्हापुर का है. शादी के पहले दूल्हा और दुल्हन एक अनाथ आश्रम में रहते थे. जहां दोनों की जान पहचान हुई और फिर एक-दूसरे के साथ आगे का जीवन साथ बिताने का फैसला किया. पुणे जिले के वाघोली की रहने वाली 70 साल की इस दुल्हन का नाम अनुसूया शिंदे है. जबकि शिरोल तहसील के रहने वाले 75 साल दूल्हे का नाम बाबूराव पाटिल है. दोनों ही लोग अपने-अपने पुराने जीवनसाथी को खो चुके थे. बताया जा रहा है बुजुर्ग बाबूराव ने बुजुर्ग अनुसया से शादी के लिए कहा था लेकिन उस समय महिला बुजुर्ग ने मना कर दिया था. इसके बाद वह 8 दिन बाद शादी के लिए तैयार हो गई.
हिंदू रीति रिवाज से हुई शादी
अनाथ आश्रम में दोनों की परेशानी लगभग एक जैसी थी. दोनों ही अकेलेपन के दौर से गुजर रहे थे और यहीं से अपना दुख दर्द बांटना शुरू किया था. जब इन दोनों के बारे में पता चला तो दोनों की शादी के बारे में सभी को बताया गया. जिसके बाद दोनों की शादी पूरे हिंदू रीति रिवाज से संपन्न हुई. इस शादी में कोई जात पात, ऊंच नीच या फिर कुंडली का मिलान नहीं किया गया. दंपति को शारीरिक सुख या फिर धन संपत्ति की भी लालसा नहीं है.