उमेश के हत्यारे को पकड़ने के लिए लगाई गईं 10 टीमें
UP News: उमेश पाल हत्याकांड मामले में मुख्यमंत्री योगी का आक्रोश कल विधानसभा सत्र में ही दिख गया था, जब उन्होंने विपक्षी दलों को जवाब देते हुए ये कहा था कि, “अपराधियों को मिट्टी में मिला देंगे.” इसके बाद कल ही देर रात उन्होंने डीजीपी, एडीजी के साथ ही प्रमुख गृह सचिव के साथ बैठक की और प्रदेश से अपराधियों का नामो-निशान मिटाने के लिए पूरी रणनीति तैयार की. तो वहीं एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने भी अपनी टीम के साथ प्रयागराज में डेरा डाल लिया है. इसके साथ शूटरों की गिरफ्तारी के लिए बॉर्डर एरिया पर छापेमारी तेज कर दी गई है.
लगाई गईं दस टीमें
बता दें कि यूपी के प्रयागराज जिले में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह और अधिवक्ता कृष्ण कुमार पाल उर्फ उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी की दोपहर में उस समय हुई थी, जब वह कार से उतरे थे. घटना के वीडियो से साफ जाहिर हो रहा है कि शूटर पहले से ही घात लगाए बैठे थे. इस घटना के बाद से सियासी बवाल मचा हुआ है. मुख्यमंत्री ने कल ही स्पष्ट कर दिया था कि वह अपराधियों की समूल नाश यूपी से कर देंगे. जिसके चलते पुलिस की दस टीमें प्रयागराज सहित आस-पास के जिलों में लगाई गई हैं, जो ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं, लेकिन सवाल ये है कि घटना के तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं और अपराधी कहीं चैन की बंसी बजा रहे हैं.
साबरमती जेल से रची साजिश और इंटेलिजेंस को कोई खबर नहीं?
वहीं खबर सामने आ रही है कि पुलिस ने एक संदिग्ध कार को बरामद किया है. अतीक अहमद के घर के पास से कार बरामद हुई है. बताया जा रहा है कि वारदात में इसी कार का इस्तेमाल किया गया था. हमलावर कार पर सवार होकर घटनास्थल पहुंचे थे. वहीं ये भी जानकारी सामने आ रही है कि इस हत्याकांड में अतीक अहमद गैंग के सात में से दो शूटर्स भी शामिल थे. हालांकि पुलिस एक-एक कर पूरे घटनाक्रम को जब जोड़कर देख रही है तो इस पूरे मामले में अतीक अहमद का ही हाथ दिखाई दे रहा है, जबकि वह गुजरात के साबरमती जेल में बंद है.
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अतीक अहमद के नाम पर तो इस हत्याकांड से जुड़े होने की मुहर लग गई थी, जब उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने धूमनगंज थाने में माफिया पूर्व सांसद अतीक अहमद को पूरे कांड में मास्टरमाइंड घोषित करते हुए उसके पूरे कुनबे ( भाई अशरफ अहमद उसके तीन बेटों, पत्नी और अन्य शूटर्स) के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बताया जा रहा है कि इस पूरी घटना में अतीक का ही हाथ हो सकता है, लेकिन सवाल ये उठता है कि गुजरात के साबरमती जेल में बंद अतीक ने इतनी बड़ी साजिश रच डाली और पुलिस व इंटेलिजेंस को भनक भी नहीं लगी.
यूपी लाया जाएगा अतीक?
जानकारी के मुताबिक प्रयागराज पुलिस साबरमती जेल जाकर अतीक अहमद से पूछताछ करेगी. इसके साथ ही 167 सीआरपीसी के तहत कोर्ट से रिमांड लेगी. इसी के साथ पुलिस मजिस्ट्रेट से वारंट भी इश्यू कराकर अतीक अहमद को प्रयागराज भी ला सकती है. लखनऊ के रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल अपहरण कांड में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बाहुबली अतीक अहमद की जेल बदली गई थी और उसे देवरिया से गुजरात के साबरमती जेल भेज दिया गया था.
-भारत एक्सप्रेस