फोटो प्रतीकात्मक
UP Liquor Policy: उत्तर प्रदेश में अब शराब पीना काफी महंगा होने जा रहा है. यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा लिए गए फैसले की वजह से शराब की कीमतों में इजाफा होने जा रहा है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी है, जिस कारण अब शराब के दाम बढ़ने वाले हैं. नई आबकारी नीति के लागू होने से 1 अप्रैल से राज्य में देशी, अंग्रेजी और बियर की कीमतों में इजाफा होगा.
45 हजार करोड़ जुटाने का लक्ष्य
28 जनवरी 2023 को हुई यूपी कैबिनेट की बैठक में सरकार ने ये फैसला लिया गया है. यूपी सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले में आबकारी लाइसेंस की फीस में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिए गए इस फैसले से देसी शराब और बीयर की कीमतों में बढ़ोतरी हो जाएंगी. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस फैसले के पीछे इस वर्ष शराब के माध्यम से 45 हजार करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का टारगेट फिक्स करना माना जा रहा है.
इतनी बढ़ जाएंगी शराब की कीमतें
नई आबकारी नीति के लागू होने के बाद बताया जा रहा है कि यूपी में देसी शराब की कीमतों में जहां 5 रुपये वहीं अंग्रेजी कीमतों में 10 रुपये की बढ़ोत्तरी होगी. इसके अलावा बियर की कीमतों में भी पांच से सात रुपये की वृद्धि होगी. बढ़ी हुयी दरें 1 अप्रैल से ही लागू हो जाएंगी. शराब की कीमतों के अलावा इसके लाइसेंस फीस में भी 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो जाएगी.
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लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन फीस भी बढ़ाई गई
सरकार की तरफ से लिए फैसले के अनुसार शराब, बीयर, भांग की सभी दुकानों को अपने लाइसेंस को रिन्यू करने को कहा है. वहीं अब इसके लिए दुकान मालिकों को ज्यादा पैसे चुकाने होंगे. इसके अलावा शराब के गोदाम, मास्टर वेयरहाउस के लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन फीस में भी बढ़ोतरी की गई है.
जानकारी के अनुसार सरकार के इस फैसले से मॉडल शॉप पर शराब पिलाने पर अब दो लाख की बजाय 3 लाख रुपये शुल्क देना होगा. नई आबकारी नीति में शराब की कीमतों में बढ़ोतरी के अलावा और कोई बदलाव नहीं किया गया है. शराब की दुकानें पहले की तरह ही खुलती रहेंगी.
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