लगातार बढ़ रहे हैं बुजुर्गों में तलाक के मामले
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में 50 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के तलाक मांगने के केस में लगातार इजाफा हो रहा है. अलीगढ़ में एक साल में 50 साल से ज्यादा उम्र के 13 बुजुर्गों ने तलाक की अर्जियां दाखिल की हैं. वहीं अलीगढ़ के 75 साल के बुजुर्ग का अपनी पत्नी से तलाक मांगने का मामला सामने आया है. बुजुर्ग ने अपनी 72 साल की पत्नी से तलाक मांगा है. बताया जा रहा है कि बेटे को लेकर दोनों के बीच में विवाद हुआ था. जिसके बाद से दोनों के बीच में लड़ाई चल रही थी. यह लड़ाई इतनी बढ़ गई कि दोनों एक ही घर में रहते हैं. लेकिन पति नीचे वाले फ्लोर पर रहता है और अपने ऊपर वाले फ्लोर पर रहती हैं. वहीं दूसरे मामले में एक महिला ने शादी के 43 साल बाद अपने पति से तलाक मांगा है.
वहीं आगरा में पेंशन को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद हो गया. जिसके चलते 65 साल के पति ने शादी के 45 साल बाद अपनी पत्नी से तलाक मांगा है. पति को रिटायर हुए 5 साल हो गए हैं. लेकिन अभी तक अपनी पत्नी को वेतन की सही जानकारी नहीं दी है. वहीं एक और मामले में शादी के 28 साल बाद पत्नी ने अपनी पति से तलाक मांग लिया. क्योंकि पति ने अपनी पत्नी के ऊपर थूक दिया. जिसको लेकर दोनों के बीच जमकर विवाद हो गया था और नौबत तलाक तक पहुंच गई.
लखनऊ और गोरखपुर में नहीं थम रहे केस
लखनऊ के परिवारिक न्यायालय के रिकॉर्ड के मुताबिक, साल 2022 में 50 से 60 साल की उम्र के 400 केस, 60 से 70 के बीच उम्र के 65 मामले तलाक की अर्जियों में आए हैं. इस साल 2022 में अभी 20 नए मामले सामने आए हैं. जिनमें से चार मामले 60 साल के उम्र से ऊपर के बुजुर्गों के हैं.
गोरखपुर में तलाक के कुल केस 646 सामने आए हैं. जिसमें से 386 मामले 50 साल से ऊपर के लोगों के हैं. 50 प्रतिशत से ज्यादा बुजुर्गों के केस देख न्यायिक अधिकारी भी हैरान रहे गए.
‘तलाक सभ्य समाज का हिस्सा नहीं’
वहीं एक फैमिली कोर्ट के काउंसलर योगेश सारस्वत ने बताया कि तलाक सभ्य समाज का हिस्सा नहीं है. लेकिन, हैरानी होती है कि अब बुजुर्ग लोग तलाक के लिए अर्जियां दाखिल कर रहे हैं. बढ़ते तलाक के मामलों को लेकर योगेश सारस्वत ने कहा कि हमें उम्मीद होती है कि इस उम्र में सभी अपने बीच विवाद भुलाकर एक साथ जीवन जिए.
– भारत एक्सप्रेस