Fish and Milk Together: मछली और दूध का एक साथ सेवन करने के बारे में कई मान्यताएं और मिथ हैं. कुछ लोगों का मानना है कि इससे कुष्ठ रोग यानी सफेद दाग हो सकता है, जबकि अन्य लोगों का कहना है कि इससे पाचन में समस्या हो सकती है, लेकिन क्या वास्तव में मछली और दूध का एक साथ सेवन करना हानिकारक है? आइए इसे विस्तार से जानते हैं.
आयुर्वेद के अनुसार (Fish and Milk Together)
आयुर्वेद में मछली और दूध को विरुद्ध आहार कहा गया है. यानी इन दोनों को एक साथ खाने की मनाही है. इसका कारण यह है कि मछली और दूध दोनों में प्रोटीन भरा होता है, लेकिन दोनों में प्रोटीन अलग-अलग होता है. इसके अलावा मछली की तासीर गर्म होती है और दूध की तासीर ठंडी होती है, जिससे परेशानी हो सकती है.
मेडिकल साइंस के अनुसार
मेडिकल साइंस में कोई विशेष वैज्ञानिक अध्ययन नहीं है जिसमें यह साबित हुआ हो कि मछली और दूध का एक साथ सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. यदि आपको पहले से मछली या दूध को लेकर एलर्जी है, तो इससे समस्या हो सकती है. इसके अलावा यदि मछली को सही से नहीं पकाया जाता है, तो इसका सेवन करने से व्यक्ति को स्किन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं.
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कुष्ठ रोग के बारे में सच्चाई (Fish and Milk Together)
कुष्ठ रोग या सफेद दाग एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें मरीज का इम्यून सिस्टम त्वचा को रंग देने वाली कोशिकाएं के खिलाफ एंटीबॉडी बनाना शुरू कर देता है. इससे कोई संबंध मछली और दूध के सेवन से नहीं है.
निष्कर्ष (Fish and Milk Together)
मछली और दूध का एक साथ सेवन करने से कोई बड़ा नुकसान नहीं है, लेकिन यदि आपको इन दोनों में से किसी चीज से एलर्जी है, तो इससे समस्या हो सकती है. इसके अलावा यदि आप मछली और दूध को एक साथ खाते हैं और आपको कोई असुविधा महसूस होती है, तो यह आपकी सेंसिटिविटी हो सकती है. आमतौर पर संतुलित आहार में विभिन्न प्रकार के फूड का समावेश होना चाहिए.