महाकुंभ 2025 (सांकेतिक तस्वीर).
महाकुम्भ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. श्रद्वालुओं को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर उन्हें तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है. देश के कई मेडिकल संस्थान श्रद्धालुओं की सेवा में जुट गए हैं. इन अस्पतालों में ओपीडी से लेकर भर्ती तक की सुविधा है. महाकुम्भ में बने अस्पतालों में श्रद्धालुओं के लिए ओपीडी और भर्ती समेत इलाज की दूसरी सुविधायें शुरू कर दी गई हैं.
848 मरीजों का हुआ इलाज
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को बताया कि OPD में सोमवार (30 दिसंबर) को 848 मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया गया. 35 रोगियों को भर्ती करने की जरूरत पड़ी. विशेषज्ञों की टीम भर्ती मरीजों को उच्च स्तरीय इलाज उपलब्ध करा रही है. तबीयत में सुधार के बाद मरीजों को डिस्चार्ज किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि कानपुर का पारस व प्रयागराज का वात्सल्य अस्पताल द्वारा सेक्टर-18 में 10 बेड का अस्पताल संचालित किया जा रहा है. इसमें ईएनटी व दूसरे विशेषज्ञ डॉक्टर मरीजों को इलाज उपलब्ध करा रहे हैं. इसी प्रकार यूनाइटेंड इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज सेक्टर-8 में 10 बेड का अस्पताल का संचालित कर रहा है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि महाकुम्भ में देश के कई मेडिकल संस्थान स्वास्थ्य सेवाओं में सहयोग कर रहे हैं. इसमें हरियाणा के अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेज, कर्नाटक का श्री मधुसूदन साईं इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज आदि शामिल हैं. इससे रोगियों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने में काफी मदद मिल रही है.
संक्रामक बीमारियों के लिए अलग अस्पताल
महाकुम्भ में संक्रामक रोग से पीड़ितों के लिए अलग से दो अस्पताल तैयार किए गए हैं. सेक्टर-1 व सेक्टर-11 में 20-20 बेड का संक्रामक रोग अस्पताल बनाया गया है. डिप्टी सीएम ने बताया कि उल्टी-दस्त, ठंड लगे मरीजों को भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जा रहा है. डिप्टी सीएम ने बताया कि 100 बेड क्षमता का सेंट्रल हॉस्पिटल सेक्टर-2 में संचालित है. जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की गई है. इसमें पैथोलॉजी जांच से लेकर ऑपरेशन तक की सुविधा है.
दो सब सेंट्रल हॉस्पिटल भी संचालित किए जा रहे हैं. प्रत्येक हॉस्पिटल में 25-25 बेड हैं. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
-भारत एक्सप्रेस
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