Former CSK star Suraj Randiv
Suraj Randiv, former Sri Lankan cricketer: क्रिकेट में बेशुमार करियर की संभावनाएं है, पैसा है, शोहरत है साथ ही फैंस का बेइंतहा प्यार भी है. शुरुआत में एक खिलाडी को क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बनाने के लिए बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं, लेकिन एक बार आपको मंच मिल गया तो उसके बाद चांदी ही चांदी है. मगर सबकी किस्मत इतनी अच्छी नहीं होती. इस स्टोरी में हम एक ऐसे ही क्रिकेटर की बात करेंगे जिसने आईपीएल में एमएस धोनी के साथ खेला है, और 2011 वर्ल्ड कप के ऐतिहासिक फाइनल में धोनी के खिलाफ. अब आप समझ ही गए होंगे की इस मुकाम तक पहुंचेन वाले इस क्रिकेटर में कोई बात तो होगी. हालांकि, आपको ये जानकर हैरानी भी होगी कि आज की तारीख में यह वर्ल्ड कप स्टार बस ड्राइवर है. जी, हां आपने सही पढ़ा.., इस खिलाड़ी ने अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए बस चलाना ही सही समझा. आखिर इसके पीछे उनकी क्या मजबूरी रही यह हम इस खबर में आगे बताते हैं.
रोजी-रोटी के लिए क्रिकेटर बना बस ड्राइवर
अधिकांश क्रिकेट संन्यास लेने के बाद कमेंट्री, कोचिंग या किसी और माध्यम से खेल से जुड़े रहते हैं. जबकि कुछ राजनीति की पिच पर भी अपना हुनर आजमाते हैं. लेकिन श्रीलंका के पूर्व स्टार सूरज रणदीव के करियर ने एक अप्रत्याशित मोड़ लिया और वो बस ड्राइवर बन गए. सूरज रणदीव. ये वही नाम है जो अब परिवार चलाने के लिए बस ड्राइवर के तौर पर काम करता है. अब सवाल ये है कि सूरज ने सबकुछ छोड़कर विदेश में बस ड्राइवर बनना सही क्यों समझा.? इस सवाल का सही-सही जवाब तो सूरज रणदीव खुद ही दे पाएं. हालांकि, मिली जानकारी के अनुसार उनकी आर्थिक तंगी और परिवार के प्रति बढ़ती जिम्मेदारी उनके करियर में इस टर्निंग प्वाइंट की वजह रही.
धोनी से भी है खास नाता
रणदीव चेन्नई सुपर किंग्स में भारतीय दिग्गज एमएस धोनी के पूर्व साथी हैं. विश्व कप और आईपीएल में उच्चतम स्तर पर खेलने के बावजूद, रणदीव ने खुद को ऐसी स्थिति में पाया जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बस ड्राइवर के रूप में नौकरी करने का फैसला किया. राईट आर्म ऑफ ब्रेक गेंदबाज ने साल 2009 में श्रीलंका के लिए डेब्यू किया जब उन्हें स्पिन के दिग्गज मुथैया मुरलीधरन की जगह टीम में शामिल किया गया. उन्होंने 2016 तक 7 साल तक राष्ट्रीय पक्ष के लिए खेला. रणदीव ने 2011 का वनडे वर्ल्ड कप फाइनल खेला जहां भारत ने श्रीलंका के खिलाफ ऐतिहासिक जीत हासिल की.
क्रिकेट छोड़ने के बाद रणदीव ऑस्ट्रेलिया चले गए. वह मेलबर्न में बस ड्राइवर के तौर पर कार्यरत है. वह ट्रांसदेव नाम की एक कंपनी में काम करते हैं. इतना ही नहीं उनके अलावा दो अन्य क्रिकेटर हैं जो एक ही कंपनी में बस ड्राइवर के रूप में काम करते हैं. वो ज़िम्बाब्वे के वाडिंगटन वायेंगा और रणदीव के देशवासी चिन्तका जयसिंघे.
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