Bharat Express

Team India: ‘क्रिकेट किट खरीदने के कम पड़े पैसे तो दूध के पैकेट भी बेचे’, साथी खिलाड़ी ने खोला राज, बेहद मुश्किलों भरा रहा रोहित से ‘हिटमैन’ बनने का सफर

Rohit Sharma Struggle Story: रोहित को लेकर आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के सदस्य और भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने पुरानी बातों को याद किया.

Rohit Sharma

Photo- Rohit Sharma

Pragyan Ojha on Rohit Sharma: खेल के मैदान में हर किसी की नजर जीत-हार और चमक-धमक पर रहती है. खिलाड़ियों की लग्जरी लाइफ की बातें तो हर कोई करता है लेकिन क्या इस मुकाम को हासिल करने से पहले उनके संघर्ष और कड़ी मेहनत की बात कोई करता है. कोई भी शख्स जब बड़ा मुकाम हासिल करता है, तो उसके पीछे उसकी सालों की मेहनत और संघर्ष से भरी कहानी होती है. इस स्टोरी में हम एक ऐसे ही दिग्गज खिलाड़ी की बात करेंगे जो आज की तारीख में भारत के सुपरस्टार में गिना जाता है.

जी हां, हम बात कर रहे हैं आईपीएल में मुंबई इंडियंस और टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की. अब रोहित शर्मा के पास गाड़ी-बंगला, धन-दौलत सब कुछ है. मगर एक समय ऐसा था जब वो पाई पाई के मोहताज थे. जहां एक तरफ देश में आईपीएल की धूम है. वहीं आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के सदस्य और भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने रोहित शर्मा से जुड़ी उन पुरानी बातों को याद किया जो भारतीय क्रिकेट फैंस की आंखे नम कर सकती है. पूर्व स्पिनर ने बताया कि रोहित शर्मा ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया है.

ये भी पढ़ें: IPL 2023: माही का ये शॉट देखकर झूम उठे फैंस, IPL से पहले MS Dhoni ने दी दूसरी टीमों को टेंशन

‘क्रिकेट किट खरीदने के लिए दूध के पैकेट बेचें’

प्रज्ञान ओझा ने जियो सिनेमा को दिए इंटरव्यू में कहा, “ रोहित एक मिडिल क्लास फैमिली से था और मुझे याद है कि एक बार जब हमने चर्चा की कि क्रिकेट किट के लिए उसका बजट कैसे बना तो वह भावुक हो गया था. ओझा ने बताया कि कैसे रोहित क्रिकेट किट खरीदने के लिए दूध के पैकेट तक डिलीवर करते थे. अब जब मैं उसे देखता हूं तो मुझे बहुत गर्व महसूस होता है कि हमारी यात्रा कैसे शुरू हुई और हम कहां पहुंचे.

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ओझा ने कहा, “जब मैं पहली बार U-15 राष्ट्रीय शिविर में रोहित से मिला, तो सभी ने कहा कि वह एक बहुत ही खास खिलाड़ी है. वहां मैंने उसके खिलाफ खेला. रोहित एक बॉम्बे का लड़का था, जो ज्यादा नहीं बोलता था. हम वहां दोस्त बने और अब तक हमारी दोस्ती कायम है.

Also Read