Bharat Express

Prithvi Shaw Ranji Trophy: पृथ्वी शॉ की तूफानी पारी, तिहरा शतक जड़कर BCCI सेलेक्टर्स को दिया मुंहतोड़ जवाब

Prithvi Shaw scores triple hundred: पृथ्वी शॉ ने असम के खिलाफ 383 गेंदों का सामना करते हुए 379 रन बनाए, जिसमें 49 चौके और 4 छक्के शामिल रहे. ये उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर का पहला तिहरा शतक रहा.

Prithvi Shaw

Prithvi Shaw/Ranji Trophy

Prithvi Shaw Ranji Trophy: पृथ्वी शॉ. ये नाम भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद खास है. हालांकि टीम सेलेक्टर्स इस बल्लेबाज को बार-बार अनदेखा कर रहे हैं. जब श्रीलंका के लिए वनडे सीरीज में इस खिलाड़ी को मौका नहीं मिला तब ये युवा बल्लेबाज बहुत दुखी था. मगर इस खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट में खेलेत हुए एक ऐसा इतिहास बनाया जो क्रिकेट फैंस को हमेशा याद रहेगा. रणजी ट्रॉफी में पृथ्वी शॉ ने असम के खिलाफ 383 गेंदों का सामना करते हुए 379 रन बनाए, जिसमें 49 चौके और 4 छक्के शामिल रहे. ये उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर का पहला तिहरा शतक रहा. इस पारी के बाद टीम सेलेक्टर्स की नजर पृथ्वी पर जरूर पड़ेगी. वहीं भारतीय क्रिकेट फैंस ने भी बीसीसीआई पर उन्हें मौका नहीं देने पर सवाल उठाया है.

रणजी ट्रॉफी में उच्चतम स्कोर

-बीबी निम्बालकर- 443* रन, महाराष्ट्र- विरुद्ध काठियावाड़ (1948)
-पृथ्वी शॉ- 379 रन, मुंबई- विरुद्ध असम (2023)
-संजय मांजरेकर – 377 रन, बंबई- विरुद्ध हैदराबाद (1991)
-एमवी श्रीधर- 366 रन, हैदराबाद- विरुद्ध आंध्रा (1994)
-एमवी श्रीधर- 366 रन, हैदराबाद- विरुद्ध आंध्रा (1994)
-सुमित गोहेल- 359* रन, गुजरात- विरुद्ध ओडिशा (2016)

ये भी पढ़ें: IND vs SL: रोहित-गिल की पार्टनरशिप, कोहली का शतक, गेंदबाजों का अटैक, ये हैं मैच की बड़ी बातें

भी होती थी सहवाग से तुलना, अब टीम में जगह मिलना भी है मुश्किल!

श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए भारतीय सीमित ओवरों की टीम की घोषणा जब हुई थी तब एक नाम ऐसा था जो अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में काफी समय से कमबैक का इंतजार कर रहा था. मगर इस बार भी उसे मौका नहीं मिला. वो और कोई नहीं पृथ्वी शॉ है. अपने करियर के शुरूआत में पृथ्वी शॉ ने अपने परफॉर्मेंस से काफी उम्मीद जगाई थी. लेकिन उसके बाद वो काफी समय तक फ्लॉप रहे.

शॉ ऐसे बल्लेबाज के तौर पर जाने जाते हैं जो एक बार सेट होने पर गेंदबाजों की खूब धुलाई करते हैं. बतौर सलामी बल्लेबाज शॉ खतरनाक बल्लेबाजों में गिने जाते हैं. बता दें उनकी बल्लेबाजी शैली को देखकर ही उनकी तुलना वीरेंद्र सहवाग से होती है.

कब मिलेगा टीम इंडिया में मौका?

शॉ आखिरी बार जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ टी20ई में भारत के लिए खेले थे. युवा सलामी बल्लेबाज ने तब से मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. 2022 इंडियन प्रीमियर लीग में, शॉ ने अपने विस्फोटक क्षमता का प्रदर्शन किया. आईपीएल में दिल्ली के लिए 152.97 की स्ट्राइक रेट से 10 पारियों में 283 रन बनाए. टीम मैनेजमेंट के इस अनदेखी के बाद युवा सलामी बल्लेबाज ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर एक स्टोरी शेयर की थी जिसे देख उनका दुख साफ जाहिर हो रहा था.



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read