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Archana Devi: तंगहाली में गुजरा बचपन… अब बनी भारत की शान, इंडिया की जीत में चमकी यूपी के उन्नाव की बेटी

अंडर 19 विश्व कप में इंडियन टीम को कई ऐसे खिलाड़ी मिले हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया है और भविष्य में इंडियन महिला क्रिकेट में बड़े नाम के रुप में उभर सकते हैं.

Archana Devi

Photo- BCCI Women (@BCCIWomen)/ Twitter

Archana Devi Profile, ICC U19 WC 2023: इंडिया की अंडर 19 विमेन क्रिकेट टीम ने पहला टी 20 वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है. शेफाली वर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 7 विकेट से हराकर वर्ल्ड कप अपने नाम किया. सेनवेस पार्क में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी और इंग्लैंड को 17.1 ओवरों में मात्र 68 रन पर समेट दिया. इसके बाद सौम्या तिवारी और गौंगड़ी त्रिशा के 24-24 रनों की मदद से 69 रनों के लक्ष्य को 14 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया.

अंडर 19 विश्व कप में इंडियन टीम को कई ऐसे खिलाड़ी मिले हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया है और भविष्य में इंडियन महिला क्रिकेट में बड़े नाम के रुप में उभर सकते हैं. श्वेता सेहरावत, गौंगड़ी त्रिशा, पार्श्वी चोपड़ा ऐसी ही खिलाड़ी रही हैं. लेकिन हम इस आर्टिकल में एक ऐसी खिलाड़ी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसने फाइनल में मुकाबले में अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया है और इंडिया की जीत को आसान बनाया है. उस खिलाड़ी का नाम है अर्चना देवी. अर्चना ने फाइनल में 3 ओवर में 17 रन देकर 2 विकेट झटके और इंग्लैंड को 68 पर समेटने में बड़ी भूमिका निभाई.

तंगहाली में गुजरा है बचपन 

अर्चना देवी उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के बांगरमऊ कस्बे के रतई पुरवा गांव की रहने वाली हैं. वे इंडिया के लिए बतौर ऑलराउंडर खेलती हैं. अर्चना का एक क्रिकेटर के रुप में अंडर 19 विश्व कप तक का सफऱ आसान नहीं रहा है. अर्चना का बचपन काफी तंगहाली में गुजरा है बावजूद इसके उन्होंने क्रिकेट के प्रति अपने जुनून को कभी कम नहीं होने दिया. अर्चना की इस यात्रा में उनकी मां का योगदान भी अहम रहा है. अर्चना के पिता की मृत्यु हो जाने के बाद उनकी मां सावित्री देवी ने खेतों में काम करते हुए और भैंस के दूध को बेचकर घर परिवार और अपने बच्चों के सपनों को पूरा किया है. अर्चना के बारे में बात करते हुए सावित्री देवी बताया कि, ‘अर्चना ने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. क्रिकेट के प्रति उसके लगाव को देखते हुए 2016 में उसके नाना ने मुरादाबाद के बोर्डिंग स्कूल में एंट्रेंस करवा दिया. वहीं कपिल पांडे के प्रशिक्षण में उसने क्रिकेट की बारीकियां सीखीं.’

बढ़ाया उन्नाव का मान
गंगा किनारे क्रिकेट खेलते हुए बड़ी हुई और अब अंडर 19 में इंडिया को विश्व चैंपियन बनाने वाली अर्चना देवी उन्नाव का जाना माना नाम बन चुकी हैं. उनकी मां ने कहा कि, ‘अर्चना पर पूरे उन्नाव को गर्व है. वह भविष्य में और मेहनत करेगी और अपने देश का नाम रौशन करेगी.’

फाइनल के लिए खरीदा इनवर्टर
अर्चना के गांव में बिजली आती तो है लेकिन कब तक रहेगी इसकी कोई गारंटी नहीं है. इसलिए फाइनल मुकाबले को देखने के लिए अर्चना की मां ने इनवर्टर खरीदा. उन्होंने बताया कि, गांव में बिजली आती-जाती रहती है तो परिवार ने फाइनल मैच देखने के लिए इन्वर्टर खरीदा है, ताकि बेटी का मैच देखने में कोई बाधा ना आए. बता दें कि अर्चना का परिवार आज भी छप्पर के घर में रहता है.



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