Photo- Twitter/Credit
WTC Final, IND vs AUS: विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल मैच पर ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआत से ही अपनी पकड़ बना रखी है. मैच के चौथे दिन का खेल खत्म होने तक एक बड़े स्कोर का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने अपने टॉप-3 विकेट गवा दिए थे, जिनमें से शुभमन गिल का ‘विवादित विकेट’ भी शामिल था. कैमरून ग्रीन के कैच पर कॉन्ट्रोवर्सी पर फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट के अलग-अगल रिएक्शन आ रहे हैं. इस मुद्दे पर ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज क्रिकेटर रिकी पोंटिंग ने भी एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘भारत में हर कोई सोचेगा गिल आउट नहीं थे’.
रिकी पोंटिंग ने दिया हैरान करने वाला बयान
रिकी पोंटिंग का मानना है कि आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के चौथे दिन शुभमन गिल को आउट करने वाले कैमरन ग्रीन के कैच पर काफी चर्चा होगी और भारत में हर कोई सोचेगा कि यह आउट नहीं है और ऑस्ट्रेलिया में हर कोई कहेगा कि यह आउट है. गिल को टीवी अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने शनिवार को द ओवल में आउट दिया, जब भारत जीत के लिए 444 रन चेज करने की शुरूआत कर रहा था. तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड की गेंद ने गिल के बल्ले का किनारा लिया और ग्रीन ने डाइव लेकर कैच किया. लेकिन इस बात पर बहस छिड़ गई कि क्या ऑस्ट्रेलिया के हरफनमौला खिलाड़ी ने सही से कैच पकड़ा था या नहीं.
ये भी पढ़ें: Champions League Final: मैनचेस्टर सिटी ने जीता UEFA चैंपियंस लीग का खिताब, नाम दर्ज किया खास रिकॉर्ड
ग्रीन ने तुरंत अपने साथियों के साथ कैच लेने का जश्न मनाना शुरू कर दिया और थर्ड अंपायर ने गिल को पैवेलियन भेज दिया. पोंटिंग ने आईसीसी को बताया, जब मैंने इसे लाइव देखा, तो मुझे पता था कि कैच हो चुका है, लेकिन मुझे यकीन नहीं था कि ये मामला थर्ड अंपायर को जाएगा. मुझे वास्तव में लगता है कि गेंद का कुछ हिस्सा जमीन को छू गया था और यह अंपायर ही निर्णय लेगा कि गेंद के जमीन पर हिट करने से पहले फील्डर का पूरा नियंत्रण था या नहीं.
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को उम्मीद थी कि खेल के बाद कैच पर व्यापक रूप से चर्चा होगी.
पोंटिंग ने सुझाव दिया, मुझे यकीन है कि इसके बारे में बहुत बात होगी और ऑस्ट्रेलिया की तुलना में भारत में शायद अधिक बात होगी. भारत में हर कोई. सोचेगा कि यह आउट नहीं है और ऑस्ट्रेलिया में हर कोई सोचेगा कि यह आउट है. उन्होंने कहा, अगर इसे मैदान पर अंपायर द्वारा आउट दिया गया होता तो मुझे लगता है कि तीसरे अंपायर को उस फैसले को पलटने के लिए निर्णायक सबूत खोजने होते और मुझे नहीं लगता कि निर्णायक सबूत होते. उन्होंने कहा, मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि सॉफ्ट सिग्नल के बिना भी तीसरे अंपायर ने सोचा कि यह आउट है. शायद यही सही फैसला था.
–आईएएनएस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.