Employees Provident Fund: अगर आप नौकरी वाले हैं और हर महीने आपकी सैलरी में से कुछ हिस्सा कटकर ईपीएफ अकाउंट में चला जाता है, तो आप UAN नंबर की अहमियत को अच्छी तरह से समझते होंगे. PF संबंधित कई काम को UAN नंबर बेहद ही आसान बना देता है. यह नंबर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Orgnisation) की ओर से ही जारी होता है. इसकी यूज से आप बैलेंस से लेकर अन्य डिटेल की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
UAN नंबर सिर्फ ईपीएफ अकाउंट से लिंक नहीं होता है, बल्कि इसमें अकाउंट होल्डर के बैंक डीटेल्स को भी लिंक कर दिया जाता है. जब आप ईपीएफ से फंड निकालते हैं तो वो उसी अकाउंट में आता है जो यूएएन से लिंक्ड रहता है. लेकिन अगर UAN के साथ लिंक्ड आपका बैंक अकाउंट बंद हो जाता है, उसमें गलत अकाउंट नंबर जुड़ गया है या आप अपने लिंक्ड बैंक अकाउंट डीटेल्स को बदलना चाहते हैं, तो आइए हम आपको वो तरीका बताते है जिससे आप नए अकाउंट नंबर को अपडेट कर सकते हैं.
बैंक अकाउंट को बदलने की प्रक्रिया
इस काम करने के लिए सबसे पहले आप EPFO के यूनिफाइड मेंबर पोर्टल unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/ पर जाएं.
जिसके बाद आप UAN और पासवर्ड डालकर इसे लॉग इन कर लें.
अब आप मैनेज विकल्प पर क्लिक कर लें और ड्रॉप डाउन मेन्यू में जाकर.
मेन्यू में जाकर केवाईसी का विकल्प चुन लें.
अब आपको बैंक को सेलेक्ट करना होगा, अकाउंट नंबर, नाम और आईएफएससी दर्ज करवाना होगा.
सभी जानकारी देने के बाद आप इसे सेव कर लें.
ये अप्रूव होने के बाद आपकी जानकारी इसमें अपडेट हो जाएगी.
ये भी पढ़ें- Petrol Diesel Price Today 3 January: तेल कंपनियों ने अपडेट किए पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें आपके शहर में क्या है रेट
कब जारी होता है UAN नंबर
किसी भी कर्मचारी के लिए UAN नंबर बेहद ही जरूरी होता है. इसे किसी के साथ शेयर नहीं करने की सलाह भी दी जाती है. यह 12 अंकों का नंबर होता है. ये नबंर EPFO में रजिस्टर्ड होने वाले कमचारी को सिर्फ एक बार ही दिया जाता है. जब कर्मचारी का PF अकाउंट खुला जाता है तो कर्मचारियों को उसी दौरान UAN नंबर भी जनरेट कर दिया जाता है. हालांकि इसे बाद में भी आप जनरेट करवा सकते हैं.