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Meta Layoff: मेटा में एक बार फिर हुई कर्मचारियों की छंटनी, 10 हजार लोगों को दिखाया बाहर का रास्ता

Meta Layoff: मेटा ने फिर से छंटनी का एलान किया है जिससे टेक कंपनियों में गहरा चुके संकट का पता लग रहा है.

मेटा

Meta Layoff Update: फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने एक बार फिर से 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है. कंपनी इससे पहले 11,000 कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी है. मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अपने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा है कि हम अपनी टीम की संख्या में 10 हजार की कटौती करने जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे 5000 पदों को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है जिनके लिए अब तक भर्ती नहीं की गई थी.

मेटा में 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी

मेटा में इस छंटनी को कंपनी में चल रहे रीस्ट्रक्चरिंग से जोड़ा जा रहा है. कंपनी कम प्राथमिकता वाली परियोजनाओं को रद्द करने के साथ-साथ अपने संगठन ढांचे में बड़े बदलाव कर रही है. इसके अलावा कंपनी हायरिंग भी कम करने जा रही है. मेटा में 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी की खबर के बाद मेटा के शेयर में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. बाजार से पहले की शुरुआत में मेटा के शेयर में 2 फीसदी का उछाल देखने को मिल रहा है.

छंटनी की बड़ी वजह अमेरिका

छंटनी की बड़ी वजह अमेरिकी टेक कंपनियों पर गहराता संकट है. ऊपर से मेटा के खराब नतीजों ने परेशानी बढ़ा दी है. मेटा के विज्ञापन राजस्व में कमी आई है. इससे पहले नवंबर 2022 में मेटा ने 11 हजार कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की थी. 2004 में फेसबुक की स्थापना के 18 साल के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी छंटनी की गई है, जो डिजिटल विज्ञापन से राजस्व में भारी गिरावट का संकेत देता है.

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र्थव्यवस्था पर मंडरा रहे संकट के बादल

अमेरिका भी इसी तरह आसमान छूती महंगाई और महंगे कर्ज से परेशान था. ऊपर से वहां की टेक कंपनियों के संकट के बाद सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक संकट ने बैंकिंग संकट पैदा कर दिया है. उसके ऊपर, मेटा जैसी कंपनी द्वारा छंटनी अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर मंडरा रहे संकट के बादल की ओर इशारा करती है. अमेरिका में बार-बार मंदी आने की आशंका है. इस पर अब कोविड महामारी के दौरान टेक कंपनियों के बढ़ते वैल्यूएशन को लेकर सवाल उठने लगे हैं.



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