17 सितंबर को देश भऱ में विश्वकर्मा पूजा मनाया जाता है. इस दिन प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना लॉन्च की जाएगी. बता दें कि इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है. योजना के तहत पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को उनके व्यवसाय और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए काम किया जाएगा. यह जानकारी देते हुए उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र विकास यादव ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए गत 25 अगस्त से पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं.
योजना में 18 प्रकार के पारंपरिक व्यापारों को शामिल किया गया
इसका लाभ शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मिलेगा. योजना में 18 प्रकार के पारंपरिक व्यापारों को शामिल किया गया है. जिसके लिए उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के माध्यम से होगा. चयन के बाद प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को 500 रुपये प्रतिदिन की दर से मानदेय का भुगतान किया जाएगा तथा उन्हें एक ई-वाउचर भी दिया जाएगा. इसमें वह 15,000 रुपये तक का टूलकिट खरीद सकेंगे.
कारोबार बढ़ाने के लिए दो लाख रुपये का ऋण दिया जाएगा
उम्मीदवार को एक आईडी कार्ड और पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा. प्रशिक्षित लाभार्थी को पहली बार बैंक के माध्यम से पांच प्रतिशत ब्याज की दर पर एक लाख रुपये तक का गारंटी मुक्त ऋण दिया जाएगा. जिसका भुगतान 18 महीने में करना होगा. इसके बाद कारोबार बढ़ाने के लिए दो लाख रुपये का ऋण दिया जाएगा. इसे 30 महीने की समय सीमा के भीतर जमा करना होगा.
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उन्होंने बताया कि योजना के तहत बढ़ई, नाव बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, टूलकिट बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, राजमिस्त्री, टोकरी बनाने वाले, चटाई, झांब बनाने वाले, पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, माला बनाने वाले, धोबी, दर्जी, मछली जाल बनाने आदि कार्यों का चयन किया गया है.
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