ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर (फोटो- Twitter)
Canada Hindu Temple vandalized: कनाडा के ब्रैम्पटन प्रांत में एक हिंदू मंदिर को में तोड़फोड़ की गई. टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने मंगलवार को ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया. वाणिज्य दूतावास कार्यालय ने एक बयान में कहा, इस घृणित कृत्य से कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को गहरा ठेस पहुंची है. हमने कनाडा के अधिकारियों के साथ इस मामले पर अपनी चिंताओं को उठाया है. फिलहाल मामले की कनाडा के अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है.
We strongly condemn defacing of Gauri Shankar Mandir in Brampton,a symbol of Indian heritage, with anti-India graffiti. The hateful act of vandalism has deeply hurt sentiments of Indian community in Canada. We have raised our concerns on the matter with Canadian authorities.
— IndiainToronto (@IndiainToronto) January 30, 2023
ब्रैम्पटन के मेयर ने की निंदा
ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने मंदिर को विकृत करने की निंदा की. ब्राउन ने ट्वीट किया, बर्बरता के इस घृणित कृत्य का हमारे शहर या देश में कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस घृणित अपराध पर पील क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख निशान दुरैयप्पा के साथ अपनी चिंताओं को उठाया है. ब्राउन ने कहा, हर कोई अपने पूजा स्थल में सुरक्षित महसूस करने का हकदार है.
ऑस्ट्रेलिया में भी हुई थी ऐसी घटना
यह घटना केवल जनवरी में खालिस्तानी समूहों द्वारा भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ ऑस्ट्रेलिया में तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने के बाद हुई है. जुलाई 2022 में कनाडा के रिचमंड हिल पड़ोस में एक विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की एक मूर्ति को खंडित कर दिया गया था. सितंबर 2022 में कनाडा के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को कथित खालिस्तानी तत्वों ने भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ विकृत कर दिया था. भारत ने तब कड़े शब्दों में बयान जारी कर कनाडाई अधिकारियों से भारतीयों के खिलाफ घृणा अपराध की बढ़ती घटनाओं की ठीक से जांच करने का आग्रह किया है.
अब तक इस तरह के तीन मामले
भारतीय मंदिर में तोड़-फोड़ की गई और भारत के प्रति नफरत भरे संदेश लिखे जा रहे हैं. कनाडा के अधिकारी इस घटना की जांच कर रहे हैं. ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर को विरूपित करना कोई नई घटना नहीं है, पिछले साल जुलाई से इस तरह के कम से कम तीन मामले सामने आए हैं.
-आईएएनएस
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