को-पायलट अंजू खतिवडा (फोटो ट्विटर)
Nepal Plane Crash: नेपाल में रविवार को एक बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया. पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के रनवे पर 72 सीटों वाला यात्री विमान लैंडिंग से पहले ही क्रैश कर गया जिसमें पांच भारतीय भी सवार थे. दुर्घटनाग्रस्त विमान में को-पायलट अंजू खतिवडा की ये उड़ान बतौर को-पायलट आखिरी उड़ान साबित हुई. वो इस फ्लाइट को सकुशल लैंडिंग कराने के बाद कैप्टन बनने वाली थीं. लेकिन उन्हें कहां पता था कि कैप्टन बनने से पहले ही ये उनकी आखिरी उड़ान होगी. अपनी आखिरी उड़ान में वो सीनियर पायलट और ट्रेनर कमल केसी के साथ थीं.
को-पायलट अंजू इससे पहले नेपाल में कई फ्लाइट सफलतापूर्वक लैंड करा चुकी थीं इसलिए उन्हें रविवार को पोखरा के लिए उड़ान भरते समय कैप्टन कमल केसी ने उन्हें मुख्य पायलट की सीट पर बैठाया था. लेकिन दुर्भाग्य से लैंडिंग से महज 10 सेकंड पहले ही विमान क्रैश हो गया और अंजू के सभी सपने वहीं धुएं में मिल गए.
सफल कैप्टन थे कमल केसी
खबरों के मुताबिक, कैप्टन कमल केसी को बतौर पायलट 35 साल का अनुभव था. उन्होंने पहले भी कई पायलटों को ट्रेनिंग दी थी. जिसके लिए कई पायलट उनको सफल कैप्टन के रूप में मानते हैं. नेपाल में विमान और हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की संख्या की बात करें तो अबतक कुल 104 हादसे हुए हैं जिनमें 96 यात्री विमान और 8 हेलीकॉप्टर दुर्घटना शामिल हैं.
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अंजू के पति की मौत भी विमान हादसे में हुई थी
वहीं इस हादसे में दर्दनाक बात ये है कि को-पायलट अंजू के पति की मौत भी विमान हादसे में हुई थी. उनके पति दीपक पोखरेल भी यति एयरलाइंस में बतौर को-पायलट तैनात थे. उनकी मौत 16 साल पहले 21 जून 2006 में यति एयरलाइंस के एक विमान हादसे में हुई थी. ये विमान नेपालगंज से सुर्खेत होते हुए जुम्ला जा रहा था. तभी यति एयरलाइंस का 9N AEQ विमान क्रैश हो गया. इस हादसे में 6 यात्री और 4 क्रू मेंबर की मौत हो गई थी.
पोखरा जा रहा था विमान
पखोरा विमान में दो बच्चों सहित 10 विदेशी नागरिक सवार थे. विमान दुर्घटना में 53 नेपाली, 5 भारतीय, 4 रूसी, एक आयरिश, 2 कोरियाई, 1 अर्जेंटीना और एक फ्रांसीसी नागरिक सवार थे.