
विस्थापितों के शिविर पर आरएसएफ का हमला.
सूडान के दारफूर क्षेत्र में हाल ही में हुए भीषण हमलों में 100 से अधिक लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है. मरने वालों में कम से कम 20 बच्चे शामिल हैं. यह हमला अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) द्वारा किया गया बताया गया है.
RSF ने विस्थापितों के शिविर पर किया हमला
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, RSF ने एल-फाशर शहर और इसके आसपास के ज़मज़म तथा अबू शौक विस्थापित शिविरों पर जमीन और हवा दोनों से हमला किया. यह वे इलाके हैं जहां पहले से ही हजारों लोग भुखमरी और विस्थापन की स्थिति में रह रहे थे. संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसी ने बताया कि इन हमलों ने शिविरों में भारी तबाही मचाई है. कई लोग घायल हुए हैं और हालात बेहद गंभीर हैं.
‘जनरल कोऑर्डिनेशन ऑफ डिस्प्लेस्ड पर्सन्स एंड रिफ्यूजीज’ नामक संगठन के अनुसार, हमले गुरुवार से शुरू होकर शनिवार तक जारी रहे. इसमें घरों, बाजारों और अस्पतालों को भी निशाना बनाया गया. बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी हताहत हुए. संगठन ने इन हमलों को युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध बताया.
RSF ने आरोपों को किया खारिज
हालांकि RSF ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उन्होंने किसी भी नागरिक को निशाना नहीं बनाया. उनका दावा है कि वायरल वीडियो सेना द्वारा फैलाया गया झूठा प्रचार है. RSF का कहना है कि वे अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का पालन करते हैं. गौरतलब है कि अप्रैल 2023 से RSF और सूडानी सेना के बीच सत्ता संघर्ष जारी है, जिससे देश में लोकतांत्रिक बदलाव की उम्मीदें टूटती जा रही हैं.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.